जैसलमेरPublished: Jan 01, 2023 07:50:59 pm
Deepak Vyas
- दिनभर बीता शुभकामनाओं के लेन-देन में
जैसलमेर. नए साल 2023 के पहले रोज सूर्योदय के बाद से ही हजारों सैलानियों के अपने-अपने ठिकानों की ओर लौटने का सिलसिला शुरू हो गया। जो उनके साधन व सुविधा के अनुसार दिनभर चला। देशभर के अलग-अलग स्थानों से नए साल का जश्न मनाने जैसलमेर शहर व सम-खुहड़ी आदि रेगिस्तानी क्षेत्रों में आए पर्यटकों ने एक बार फिर इस मरुभूमि की यात्रा पर आने का वादा करते हुए विदाई ली। गत 31 दिसम्बर की रात नए साल का स्वागत करने के लिए एक अनुमान के अनुसार 30 हजार से ज्यादा पर्यटकों का जैसलमेर व सम-खुहड़ी में जमावड़ा रहा। उन सभी ने नए साल का जश्न होटल्स व रिसोट्र्स में मनाया। आधी रात जैसे ही घड़ी के तीनों सुइएं मिल कर 12 पर आए, आतिशबाजी का धूम धड़ाका और लोगों के समवेत स्वर में हैप्पी न्यू ईयर कहने की आवाजों का शोर चारों तरफ फैल गया। विशेषकर सम सेंड ड्यून्स जहां 130 से ज्यादा रिसोट्र्स व कैम्पस आए हुए हैं, मखमली धोरे रोशनियों से सराबोर हो गए। करीब एक घंटे तक शहर व सम-खुहड़ी सहित अन्य आसपास के पर्यटन महत्व के क्षेत्रों में आतिशबाजी होती रही।
हंसी-खुशी विदा हुए पाहुणे
सीमांत शहर जैसलमेर में बीतते साल 2022 को विदा करने व नववर्ष 2023 का स्वागत करने के लिए हजारों की तादाद में जमा हुए पर्यटक रविवार सुबह हंसी-खुशी के माहौल में विदा होते नजर आए। वाहनों में सामान भर कर रवाना होने से पहले उन्होंने अपने मेजबानों को धन्यवाद भी दिया और फिर आने का वादा किया। मेहमान में बीती रात्रि मनाए गए जश्न की यादें अपने साथ लेकर गए हैं। कई पर्यटक जो अलग-अलग शहरों से आकर यहां साथ हुए, उन्होंने एक दूसरे को गले मिलकर व हाथ मिला कर विदा किया। भविष्य में सम्पर्क में रहने का भी विश्वास जताया।
शुभकामनाओं व बधाइयों का दौर
जैसलमेर शहर सहित जिलेभर के स्थानीय बाशिंदों ने साल के पहले दिन रविवार की छुट्टी होने का भरपूर फायदा लेते हुए अपने रिश्तेदारों, मित्रों व परिचितों को नए साल की बधाइयां व शुभकामनाएं दी। सोशल मीडिया पर दिनभर बधाइयों के संदेश प्रसारित होते रहे। इसके अलावा बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद भी लिया गया। नगर आराध्य लक्ष्मीनाथजी के मंदिर में सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोगों ने दर्शन कर वर्ष पर्यंत कृपा बनाए रखने की प्रार्थना की और प्रसाद चढ़ाया। शहर के अन्य बड़े मंदिरों में भी आम दिनों की तुलना में ज्यादा दर्शनार्थी पहुंचे।