जाग्रत हिन्दू महासंगम को लेकर रामगढ़ में निकला पथ संचलनरामगढ़ (जैसलमेर) . जाग्रत हिन्दू महासंगम को लेकर रामगढ़ खंड के सैकड़ों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यकर्ताओं ने पथ संचलन निकाला। इसमें 25 गांवों से बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में भाग लिया। पथसंचलन श्री राम
मंदिर से शुरू होकर नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए राउमावि प्रांगण के सार्वजनिक कार्य स्थल पहुंचा। इस दौरान नगरवासियों ने स्वागत किया तथा भारत माता के जयकारे लगाए। कार्यक्रम में मंचासीन संतोशपुरी आश्रम भोपा के महंत फागण पुरी, खुईयाला के संत निजानंद, विभाग प्रचारक श्यामसिंह, विभाग संघचालक डॉ. दाऊलाल शर्मा उपस्थित थे।
जागृत हिंदू महासंगम कार्यक्रम को लेकर जिला प्रचारक इंद्रसिंह ने कहा कि जिस प्रकार से हिंदुत्व निष्ठ स्वाभिमानी हिंदू खड़े हो गए यह समाज के लिए शुभ संकेत है। इससे राष्ट्र को तोडऩे वाली ताकतों के मंसूबे कामयाब नहीं होंगे। इस चेतना रूपी ज्वार को कायम रखना होगा। लगातार देश में हो रही अराष्ट्रीय गतिविधियों के कारण राष्ट्र को खतरा है। हमें अपने पैरों पर खड़ा होना होगा। दुर्भाग्य से देश को तोडऩे के मंसूबे पालने वालों को हीरो बनाया जा रहा है। हिन्दू समाज की बढ़ती ताकत को देख कुछ लोग जातीय वैमनस्य फैला रहे हैं। इसे सोचने और समझने की आवश्यकता है।
मुख्य वक्ता विभाग प्रचारक श्यामसिंह ने कहा कि सीमा पर रहने वाले जागरूक राष्ट्रभक्त अपनी प्रचंड
शक्ति के साथ खड़े होंगे। राष्ट्र पर आने वाली विपत्ति का डटकर सामना करने वाले राष्ट्रभक्त सीमा पुत्र अच्छे, सच्चे व पक्के हिन्दू बनें, तभी यह देश सुरक्षित रहेगा। हिंदू समाज के महान बिंदुओं पर सुनियोजित तरीके से हमले हो रहे हैं। हमारे देश की बढ़ती ताकत को देख संपूर्ण विश्व घबराया हुआ है। इसे रोकने के लिए विभिन्न प्रकार के हथकंडों का प्रयोग कर रहे हैं। इसमें देश की कुछ ताकतें भी उनको समर्थन दे रही है। वैभवशाली इतिहास के बावजूद जातिवाद व हिंदू समाज की फूट के कारण मु_ीभर लोग व्यापार या किसी अन्य माध्यम से आए और राज भी किया। समाज में जाति प्रथा, ऊंच-नीच, छुआछूत सहित विभिन्न कुरीतियां फैलाने के प्रयास लगातार जारी है। हमें किसी के भरोसे रहने की आवश्यकता नहीं है, यह देश हमारा है और इसकी रक्षा हम सबकी जिम्मेदारी है।
मां व तिरंगे की बनाई आकृति कार्यक्रम के दौरान स्वयंसेवकों के बैठने की व्यवस्था इस प्रकार की गई जिससे मां व तिरंगे की आकृति बनाई गई। यह सब के लिए आकर्षण का केंद्र रही।
जगह जगह हुआ स्वागतपथ संचलन के दौरान संघ के कार्यकर्ता कंधे से कंधा व कदम से कदम मिलाकर चल रहे थे। इस दौरान उपस्थित ग्रामीणों व मातृ शक्ति ने पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। इससे मुख्य मार्ग फूलों से ढक गया। कई लोगों ने पूरे उत्साह के साथ जय घोष लगाए। स्वागत के लिए कस्बे में जगह-जगह रंगोलियां बनाई गई।
भगवां मय हुआ रामगढ़विराट पथसंचलन को लेकर पूरे गांव व आसपास के क्षेत्र में उत्साह रहा। मुख्य मार्ग तथा गली-मोहल्ले ओम अंकित पताकाओं से सजाए गए। इससे संपूर्ण गांव भगवामय हो गया। पथसंचलन की राह में बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।