..इसलिए नहीं थम रहा सिलसिला
लाठी, धोलिया,खेतोलाई व रामदेवरा के पास वन्य क्षैत्र व क्लोजर स्थित है। यहां वन विभाग की ओर से टांके व पशु खेलियों का निर्माण करवाया गया है, लेकिन इन टांको व खेलियो मे पानी नहीं होने से वन्यजीव गांवों व आबादी क्षेत्र में रात्रि में पानी पीने के लिए आते हैं। इस दौरान सडक़ पार करते समय किसी वाहन की चपेट में आने से उनकी मौत हो जाती है। वन्यजीव प्रेमियो का मानना है कि यदि गर्मी के मौसम को देखते हुए पशु खेलियों मे पानी की व्यवस्था कर दी जाती है तो वन्य जीवों को सडक़ दुर्घटनाओं से बचाया जा सकता है।
लाठी, धोलिया,खेतोलाई व रामदेवरा के पास वन्य क्षैत्र व क्लोजर स्थित है। यहां वन विभाग की ओर से टांके व पशु खेलियों का निर्माण करवाया गया है, लेकिन इन टांको व खेलियो मे पानी नहीं होने से वन्यजीव गांवों व आबादी क्षेत्र में रात्रि में पानी पीने के लिए आते हैं। इस दौरान सडक़ पार करते समय किसी वाहन की चपेट में आने से उनकी मौत हो जाती है। वन्यजीव प्रेमियो का मानना है कि यदि गर्मी के मौसम को देखते हुए पशु खेलियों मे पानी की व्यवस्था कर दी जाती है तो वन्य जीवों को सडक़ दुर्घटनाओं से बचाया जा सकता है।