किसी पर संदेह नहीं
मेरे बेटा और बेटियां मुझे खाना देने आए थे। मैं साइड के रास्ते घर चला गया था, तभी वापिस घर आई बेटियों ने बताया कि बेटे को कोई गाड़ी से चढ़ा कर ले गया है। इसकी सूचना पुलिस को भी दी तथा करीब चार बजे किसी परिचित का फोन आया कि आपका बेटा मुंगेरिया है, वहां गए और बालक को पुलिस थाने लाए। मुझे किसी पर शक नही होने के कारण पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नही करवाई गई है।
-सोहनराम (परिवर्तित नाम) बालका के पिता
मेरे बेटा और बेटियां मुझे खाना देने आए थे। मैं साइड के रास्ते घर चला गया था, तभी वापिस घर आई बेटियों ने बताया कि बेटे को कोई गाड़ी से चढ़ा कर ले गया है। इसकी सूचना पुलिस को भी दी तथा करीब चार बजे किसी परिचित का फोन आया कि आपका बेटा मुंगेरिया है, वहां गए और बालक को पुलिस थाने लाए। मुझे किसी पर शक नही होने के कारण पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नही करवाई गई है।
-सोहनराम (परिवर्तित नाम) बालका के पिता
बालको को परिजनों को सौंपा
दोपहर करीब बारह बजे पुलिस के पास फोन आया कि लखा में बालक का अपहरण किया है। इसके बाद तत्काल पुलिस टीमें बनाकर नाकाबंदी की गई। पड़ोसी पुलिस थानों को भी नाकाबंदी की सूचना दी गई थी, तभी बालक के मिलने की सूचना मिल गई। बालक को थाने बुलाकर पिता और बालक से पूछताछ की गई। पिता द्वारा किसी पर भी शक नही होने के कारण किसी भी तरह की लिखित रिपोर्ट नही दर्ज करवाई गई है। पूछताछ के बाद बालक को परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है।
-अर्जुनराम, सहायक उप निरीक्षक व थानाधिकारी झिनझिनयाली।
दोपहर करीब बारह बजे पुलिस के पास फोन आया कि लखा में बालक का अपहरण किया है। इसके बाद तत्काल पुलिस टीमें बनाकर नाकाबंदी की गई। पड़ोसी पुलिस थानों को भी नाकाबंदी की सूचना दी गई थी, तभी बालक के मिलने की सूचना मिल गई। बालक को थाने बुलाकर पिता और बालक से पूछताछ की गई। पिता द्वारा किसी पर भी शक नही होने के कारण किसी भी तरह की लिखित रिपोर्ट नही दर्ज करवाई गई है। पूछताछ के बाद बालक को परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है।
-अर्जुनराम, सहायक उप निरीक्षक व थानाधिकारी झिनझिनयाली।