-अड़तीस हजार वर्ग किलोमीटर से भी विशाल क्षेत्रफल वाले जैसलमेर जिले में कलक्टर पद पर सर्वाधिक समय डॉ. ललित के. पंवार रहे।
-उनका कार्यकाल सवा तीन वर्ष का था।जबकि एचसी पाण्डे ऐसे कलक्टर रहे जिन्होंने महज 20 दिनों तक ही जैसलमेर की कलक्टरी की।
-डॉ. पंवार 28 अप्रेल 198 5 से 1 अगस्त 198 8 तक जैसलमेर कलक्टर रहे।
-उनके अलावा सज्जननाथ मोदी ने 25 माह, पीएल अग्रवाल और एनएल मीना ने 23-23 महीने तथा सुधांश पंत ने 21 महीने तक कलक्टर पद पर कार्य किया।
-कम समय के लिए कलक्टर रहने वालों में सत्यनारायण गुप्ता, एचसी देराश्री और अम्बरीश कुमार को 4-4 माह, केशव पुरी को 5 और बन्नेसिंह को 6 माह जैसलमेर में कलक्टर रहने का अवसर मिला।
नए अफसरों के लिए सीखने की जगह
छितरी हुई आबादी वाला तथा कई मामलों में पिछड़ेपन का अभिशाप झेलने वाला मरुस्थलीय जैसलमेर जिला राजस्थान में नए आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के लिए सीखने की जगह माना जाता है। यही वजह है कि दोनों सेवाओं के नए अधिकारियों को यहां काम करने का अवसर वरीयता से दिया जाता है।जैसलमेर में कलक्टर रहने वाले कुछअधिकारी आगे चलकर प्रदेश के मुख्य सचिव तक रहे हैं।इनमें हाल में मुख्य सचिव पद से रिटायर हुए एनसी गोयल भी शामिल हैं।इतने विशाल क्षेत्र में काम करने के लिए कलक्टर को औसतन एक साल का ही समय मिलता है। उतने समय में उन्हें खुद को साबित करना होता है। यहां नवचयनित आईएएस अधिकारियों को कलक्टर बनाकर भेजा जाता रहा है ताकि वे इस पद की चुनौतियों को भली प्रकार समझ सकें।
फैक्ट फाइल –
– 02 वीं महिला कलक्टर होंगी अनुपमा जोरवाल
– 01 वर्ष का रहता है कलक्टर का औसत कार्यकाल
– 38 हजार वर्ग किमी क्षेत्र में फैला जैसलमेर