मोहनगढ़ होली के बाद दसवें दिन हिन्दु धर्म में विवाहित महिलाएं अपने परिवार की सलामती व सुखमयी जीवन के लिए चैत्र कृष्ण दशमी के दिन दशामाता का व्रत रखती है। इसी को लेकर मोहनगढ क्षेत्र में रविवार को विवाहित महिलाओं द्वारा दशा माता का व्रत किया गया। दिन में महिलाओं द्वारा सामूहिक रूप से कथा भी सुनी गई। महिलाओं द्वारा कथा करने के बाद मंदिरों में पूजा अर्चना भी की गई। इस दिन महिलाओं द्वारा पीपल की पूजा की गई। पीपल पूजन के बाद महिलाओं द्वारा राजा नल व रानी दमयंती की व्रत कथा का भी श्रवण किया। दशामाता के व्रत को लेकर महिलाएं उत्साहित नजर आई। इसके अलावा महिलाएं दिन भर नए परिधानों में संजी संवरी नजर आई। सांयकाल के समय महिलाओं द्वारा व्रत खोला गया।
मोहनगढ़ होली के बाद दसवें दिन हिन्दु धर्म में विवाहित महिलाएं अपने परिवार की सलामती व सुखमयी जीवन के लिए चैत्र कृष्ण दशमी के दिन दशामाता का व्रत रखती है। इसी को लेकर मोहनगढ क्षेत्र में रविवार को विवाहित महिलाओं द्वारा दशा माता का व्रत किया गया। दिन में महिलाओं द्वारा सामूहिक रूप से कथा भी सुनी गई। महिलाओं द्वारा कथा करने के बाद मंदिरों में पूजा अर्चना भी की गई। इस दिन महिलाओं द्वारा पीपल की पूजा की गई। पीपल पूजन के बाद महिलाओं द्वारा राजा नल व रानी दमयंती की व्रत कथा का भी श्रवण किया। दशामाता के व्रत को लेकर महिलाएं उत्साहित नजर आई। इसके अलावा महिलाएं दिन भर नए परिधानों में संजी संवरी नजर आई। सांयकाल के समय महिलाओं द्वारा व्रत खोला गया।