वहीं मिली जानकारी के मुताबिक, बच्चे अपने घर के आगे खेल रहा था, और पुलिस के मुताबिक उसके हाथ में लोहे की कोई वस्तु थी, जिससे बच्चा खेलते हुए जब विद्युत लाइन के पास से गुजरा तो वह उसके संपर्क में आ गया। मृतक बच्चा मानाराम मेघवाल का शरीर तेज बिजली के झटकों से पूरी तरह झुलस गया और उसके बाद वह अचेत हो गया।
बच्चे को करंट लगने के तुरंत बाद ही पूरे इलाके में हल्ला मचना शुरु हो गया तो वहीं बिलजी से झुलसे बच्चे को उसके परिजनों ने बिना देर किए अस्पताल ले। हालांकि इलाज के दौरान डॉक्टर बच्चे को बचा नहीं सकें। तो वहीं बच्चे के साथ हुए हादसे की खबर मिलते ही तुरंत पोकरण पुलिस अस्पताल पहुंच कर मृत बालक के परिजनों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।
पोकरण पुलिस की कार्यवाई के बाद बच्चे के शव को अस्पताल के मोर्चरी रखवया गया और उसके बाद क्षेत्र से संबंधित लाठी थाना को इसकी घटना की सूचना दी गई। जबकि घटना की जानकारी मिलने के बाद जोधपुर डिस्कॉम के सहायक अभियंता हनुमानराम चौधरी भी मौके पहुंचे। और हादसे की पूरी जानकारी ली, तो वहीं मृतक बच्चे के परिवार वालों से भी उन्होंने मुलाकात की। जोधपुर डिस्कॉम के सहायक अभियंता ने बच्चे के परिजनों को सांत्वना देते हुए सरकार की ओर से मुआवजा दिलाने की भी बात कही।
इतना ही नहीं सहायक अभियंता बच्चे के परिजनों से मुलाकात के बाद पुलिस के साथ घटनास्थल भी गए और उन्होंने बच्चे को करंट लगने वाली जगह का मुआयना भी किया। जबकि उधर बच्चे के मौत से परिजनों और पूरे इलाके में माहौल गमगीन है।