scriptसंकट आने पर सबसे पहले याद आती है पुलिस | Police are the first to miss when a crisis occurs | Patrika News

संकट आने पर सबसे पहले याद आती है पुलिस

locationजैसलमेरPublished: Apr 02, 2021 12:57:45 pm

Submitted by:

Deepak Vyas

-युवाओं ने समस्याएं रखी, पुलिस की भूमिका को भी सराहा-शहर कोतवाली क्षेत्र के युवाओं के साथ वर्चुअल पुलिस-पब्लिक संवाद

संकट आने पर सबसे पहले याद आती है पुलिस

संकट आने पर सबसे पहले याद आती है पुलिस

जैसलमेर. राजस्थान पत्रिका की ओर से पुलिस और आमजन के बीच की दूरियों को कम करने के लिए चलाए जा रहे पुलिस-पब्लिक वर्चुअल संवाद कार्यक्रम के तहत गुरुवार को शहर कोतवाली क्षेत्र के युवाओं ने समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट करवाने के साथ पुलिस की समाज में शांति व्यवस्था बनाए रखने में अहम भूमिका को रेखांकित किया।
कार्यक्रम में शहर कोतवाल बलवंत राम ने उनकी समस्याओं को सुना तथा समाधान का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर प्रतिभागियों ने माना कि किसी भी तरह का संकट आने पर सबसे पहले पुलिस को याद किया जाता है। यह भी कि कोरोनाकाल में फ्रंटलाइन वर्कर्स के रूप में पुलिसकर्मियों ने समाज को यादगार सेवाएं दी।
सौहार्द कायम रखने में अहम भूमिका
पुलिस की जैसलमेर में सौहार्द और कानून व्यवस्था को कायम रखने में हमेशा से उल्लेखनीय भूमिका रही है। किसी भी संकट की घड़ी में पुलिस तुरंत सहायता के लिए पहुंचती है।
-मेघराज परिहार, सामाजिक कार्यकर्ता
शांतिभंग करने वालों से निपटें
जैसलमेर शहर में कई जगहों पर रात के समय शराबियों और समाजकंटकों का जमावड़ा आसपास रहने वाले लोगों के सुकून के लिए खतरा है। इन तत्वों से सख्ती से निपटा जाए।
-अरुण कुमार पुरोहित, व्यवसायी
आमजन भी करें सहयोग
समाज को यह समझने की जरूरत है कि पुलिस हमारी सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए है। आमजन को प्रत्येक स्थिति में पुलिस का सहयोग करना चाहिए। इससे वह ज्यादा कारगर साबित होगी।
-मेघराजसिंह बारू, सामाजिक कार्यकर्ता
कचरा बीनने वालों को पाबंद करें
कचरा बीनने वाले देर रात से अलसुबह किसी भी समय गली-मोहल्लों में निकल जाते हैं। पुलिस को उनसे सामाजिक स्तर पर संवाद कायम कर उन्हें प्रात: 6 बजे के बाद निकलने के लिए पाबंद करना चाहिए।
-आनंदसिंह देवड़ा, व्यवसायी
यातायात पुलिसकर्मी तैनात हो
राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की छुट्टी के समय सड़क पर यातायात पुलिसकर्मी की तैनाती की जाए। इसके अभाव में बालिकाओं को सड़क पार करने में बहुत असुविधा होती है।
-अमित व्यास, कॉन्ट्रेक्टर
रात्रि गश्त में बढ़ोतरी करें
जैसलमेर शहर के आकार में बढ़ोतरी हो रही है। इसी अनुपात में अपराध भी बढ़ रहे हैं। विशेषकर चोरियों की रोकथाम के लिए पुलिस को रात्रि गश्त व्यवस्था को ज्यादा मजबूत बनाने की जरूरत है।
-अनिल कुमार भटनागर, नौकरीपेशा
अपराधियों में भय हो
पुलिस का खौफ आपराधिक तत्वों में तो होना ही चाहिएए तभी अपराधों में कमी आएगी। आदतन झगड़ालू तत्वों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए।
-ऐश्वर्य कुमार व्यास, पर्यटन व्यवसायी

आमजन की सेवा में तत्पर पुलिस
राजस्थान पत्रिका की ओर से पुलिस.पब्लिक के बीच संवाद का जो सिलसिला शुरू किया गया है, वह सराहनीय है। जैसलमेर जैसे शांतिप्रिय शहर में कोतवाली पुलिस पूरी तरह से आमजन की सेवा में तत्पर है। थाने में आने वाला प्रत्येक परिवादी हमारे लिए महत्वपूर्ण है। कोतवाली क्षेत्र में कहीं भी घटना घटित होने पर पुलिस तत्काल पहुंचती है। जो भी समस्याएं बताई गई हैं, उनका निराकरण करने का हमारे द्वारा पूरा प्रयास किया जाएगा।
-बलवंतराम, शहर कोतवाल, जैसलमेर
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