scriptजैसलमेर में नजर आई दुर्लभ ग्रे हिपोकोलियस चिड़िया | Rare gray hipocolius bird seen in Jaisalmer | Patrika News

जैसलमेर में नजर आई दुर्लभ ग्रे हिपोकोलियस चिड़िया

locationजैसलमेरPublished: Jan 23, 2022 08:32:45 pm

Submitted by:

Deepak Vyas

जैसलमेर में नजर आई दुर्लभ ग्रे हिपोकोलियस चिड़िया

जैसलमेर में नजर आई दुर्लभ ग्रे हिपोकोलियस चिड़िया

जैसलमेर में नजर आई दुर्लभ ग्रे हिपोकोलियस चिड़िया

जैसलमेर में नजर आई दुर्लभ ग्रे हिपोकोलियस चिड़िया

लाठी,जैसलमेर-सर्दियों में जैसलमेर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न प्रवासी पक्षियों के दिखने का सिलसिला चालू है, इसी क्रम में शनिवार को जैसलमेर के बड़ाबाग में पश्चिम एशिया से सर्दियों के प्रवास पर आने वाली बुलबुल प्रजाति की ग्रे हिपोकोलियस, बर्डवॉचर पार्थ जगाणी को नजर आई। जगाणी ने बताया इससे पहले भी वर्ष 2019 में उन्हें दो दशक के लम्बे अंतराल के बाद यह पक्षी जैसलमेर के कृषि विज्ञान केंद्र और उसके बाद साथी पर्यावरण प्रेमीयों को जैसलमेर के दो क्षेत्रों में भी नजर आया था।
इस सीजन यह पक्षी जैसलमेर में लम्बे अंतराल बाद पुनः बेर की झाड़ियों में देखा गया है। जिसकी सूचना क्षेत्र के अन्य पर्यावरण प्रेमियों व बर्ड वॉचर्स को दी गई है।जिले में पर्यावरण संरक्षण का कार्य करने वाली संस्था ERDS फाउंडेशन के सहयोगी वैज्ञानिक डॉ. सुमित डुकिया ने बताया कि छोटे फलों विशेषकर जाळ के फलों को खाने वाली यह चिडिया भारत में अरब की खाड़ी के इलाके से सर्दियों व बसन्त में कच्छ की तरफ प्रवास करती है, यह रोचक है कि यह पक्षी जैसलमेर में भी पहुँचते हैं और यहाँ के खडीनों व ओरणों में बेर के फलों का स्वाद लेते हैं। इस सीजन यह पक्षी जैसलमेर में लम्बे अंतराल बाद पुनः बेर की झाड़ियों में देखा गया है। इसका जैसलमेर शहर के समीप प्राचीन बड़ाबाग क्षेत्र में दिखना पक्षियों प्रेमियों के लिये खुशी की बात है,प्राचीन वृक्षों से आच्छादित यह क्षेत्र जैसलमेर में पर्यावरण पर्यटन व पक्षी अवलोकन का एक बेहतरीन स्थान है, जहाँ पहले भी अनेक दुर्लभ किस्म के पक्षियों का अवलोकन जिले के पर्यावरण प्रेमी कर चुके हैं।
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