शिक्षा सत्र की शुरुआत जुलाई माह में होती है तथा जून माह के अंतिम सप्ताह में पंजीकृत मदरसों व विद्यालयों में प्रवेशोत्सव मनाया जाता है। इस दौरान नामांकन में वृद्धि होती है। विद्यालयों व मदरसों में भर्ती होने वाले विद्यार्थी जून व जुलाई माह में अपना नामांकन करवा लेते है। अब दिसम्बर माह में आधा शिक्षा सत्र पूर्ण होने जा रहा है तथा अद्र्धवार्षिक परीक्षाएं भी आयोजित होगी। ऐसे में नामांकन बढाने को लेकर पंजीकृत मदरसों के शिक्षा सहयोगी असमंजस में पड़ गए है।
सामने यह है चुनौती
-जैसलमेर जिला दूर दराज गांवों व छितराई ढाणियों में फैला हुआ है।
-यहां छोटे बच्चे दो से तीन किमी तक सफर कर मदरसे व विद्यालय पहुंचकर अध्ययन करते है।
-अधिकांश ढाणियों में राजकीय प्राथमिक विद्यालय भी संचालित किए जा रहे है तथा कई बच्चे ढाणी में स्थित विद्यालय में भी अध्ययन करते है।
-आधा शिक्षा सत्र व्यतीत हो जाने के बाद नामांकन बढाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है।
नए शिक्षा सत्र में किए जाएंगे प्रयास
आधा शिक्षा सत्र पूर्ण हो जाने के बाद नामांकन वृद्धि करना संभव नहीं है। फिर भी इसके लिए प्रयास किए जाएंगे। नए शिक्षा सत्र 2018-19 में शिक्षा सत्र के प्रारंभ से ही शत प्रतिशत नामांकन बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।
-रहमतुल्ला, सचिव मदरसा तालिमुल इस्लाम, सेलवी पोकरण।
आधा शिक्षा सत्र पूर्ण हो जाने के बाद नामांकन वृद्धि करना संभव नहीं है। फिर भी इसके लिए प्रयास किए जाएंगे। नए शिक्षा सत्र 2018-19 में शिक्षा सत्र के प्रारंभ से ही शत प्रतिशत नामांकन बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।
-रहमतुल्ला, सचिव मदरसा तालिमुल इस्लाम, सेलवी पोकरण।