मजबूत हो सुरक्षा चक्र, न हो चकों की सुरक्षा में ‘चूक’
जैसलमेरPublished: Dec 09, 2019 11:21:39 am
-पाक सीमा से सटी नहरी क्षेत्र आबादियों में निगरानी की दरकार – सरपट दौड़ते अवैध वाहनों से संदेह में आ रहे संदिग्ध
मजबूत हो सुरक्षा चक्र, न हो चकों की सुरक्षा में ‘चूक’
जैसलमेर . विस्तृत रुप से फैले सरहदी जिले के नहरी क्षेत्र में निगरानी रखने के लिए अपेक्षाकृत पुलिस तंत्र काफी छोटा है। नाचना, मोहनगढ़ और रामगढ़ तीनों थानों के साथ-साथ चंद पुलिस चौकियां इस क्षेत्र में स्थापित है। इस तरह आपराधिक दृ़ष्टि से संदवेदनशील इन उपनिवेशन तहसीलों में नई पुलिस चौकियां स्थापित करने की जरुरत है। पाकिस्तानी सीमा से सटे उपनिवेशन गांव हमेशा से खुफिया तंत्र की निगाह में अराष्ट्रीय गतिविधियों के लिहाज से संदेह के घेरे में रहे हैं। गौरतलब है कि विगत वर्षों में मादक पदार्थों की बरामदगी हो चुकी है, वहीं पाक जासूसों की गिरफ्तारियां हुई है। जानकार बताते हैं कि सरहदी जैसलमेर जिले में नहरी क्षेत्र के समीप सटी हुई चक आबादियों में सुरक्षा के लिहाज से चूक महंगी साबित होने की आशंका है। कारण यह है कि इन चक आबादियों में संदिग्धों की आवाजाही बनी हुई है। जिले के नाचना, मोहनगढ़ और रामगढ़ उपनिवेशन तहसीलों की छितराई हुई चक आबादियों में अवैध वाहनों की बम्पर भरमार है। बिना नंबरी गाडिय़ां और चोरी की गई बाइक सस्ता सौदा होने के कारण यहां पहली पसंद बनती जा रही है, यही नहीं पुलिस की पहुंच से दूर चोरी की मोटरसाइकिलें आवागमन के साथ-साथ अपने दमदार इंजन की वजह से दूरस्थ मुरब्बों पर बैठे काश्तकारों की पसंद मानी जाती है। हकीकत यह है कि नई पुलिस चौकियां स्थापित करने के प्रस्ताव राज्य सरकार के ठंडे बस्ते में फिलहाल पड़े है। यह आशंका जताई जा रही है कि इनमें से कई वाहन चोर बाजार से खरीदकर यहां लाए जा रहे हैं। लंबे समय से उपनिवेशन तहसीलों में बसी चक आबादियों में अभियान नहीं चलाया गया है। सुरक्षा व निगरानी तंत्र को मजबूत करने के लिहाज से इन क्षेत्रों में रात्रि गश्त व्यवस्था और चेकिंग अभियान को अधिक चाक चौबंद किया जाना चाहिए।
बीट प्रणाली को मजबूत करने की दरकार
अवैध वाहनों की तलाशी के लिए विशेष ऑपरेशन चलाने की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही है। जिले के नाचना, मोहनगढ़ व रामगढ़ पुलिस थाना क्षेत्रों में पुलिस की बीट प्रणाली व रात्रि गश्त को और अधिक मजबूत करने की दरकार हैं। उपनिवेशन क्षेत्र के तीनों संवेदनशील थाना क्षेत्रों में देश-विदेश की नामी गिरामी कंपनियों में तैनात अभियंताओं, मजदूर व यहां उपयोग में लिए जाने वाले वाहनों के सत्यापन की जरुरत महसूस की जा रही है।