एडवोकेट विश्रोई ने शनिवार को सुबह सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली। उनकी ओर से फेसबुक पर ‘कभी-कभी जब मैं कहता हूं मैं ठीक हूं, मैं चाहता हूं कि कोई मुझे आंखों में देखे, मुझे कसकर गले लगाए और कहे मुझे पता है कि आप नहीं है…..।’ इस पोस्ट के कुछ देर बाद उन्होंने फंदा लगाकर दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके निधन के समाचार के बाद लोगों की भीड़ लग गई तथा नम आंखों से विदाई दी।
पोस्टमार्टम के बाद शव किया सुपुर्द
पुलिस के अनुसार खेतोलाई सरपंच नाथूराम विश्रोई ने एक रिपोर्ट पेश कर बताया कि वह शनिवार को सुबह कस्बे में चौराहे पर स्थित एक दुकान पर बैठा था। इस दौरान उसने अपनी गाड़ी के चालक को किसी कार्य से कमरे पर भेजा। जब चालक खेतोलाई निवासी महेन्द्रकुमार मेघवाल कमरे पर पहुंचा, तो दरवाजा खुला था तथा अंदर जाने पर देखा कि रामप्रताप विश्रोई पंखे के हुक से फंदे पर झूला हुआ है। पुलिस ने मर्ग दर्ज कर जांच शुरू की तथा स्थानीय राजकीय अस्पताल में चिकित्सा टीम से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द किया।