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एसडीएम फिर बने व्याख्याता, याद किए स्कूल के दिन

locationजैसलमेरPublished: Mar 07, 2021 02:15:24 pm

Submitted by:

Deepak Vyas

– स्कूलों का निरीक्षण कर ली क्लास, मिड-डे-मील का लिया जायजा

एसडीएम फिर बने व्याख्याता, याद किए स्कूल के दिन

एसडीएम फिर बने व्याख्याता, याद किए स्कूल के दिन

पोकरण. पोकरण उपखंड अधिकारी शनिवार को ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान जब कक्षा कक्षों में पहुंचे, तो अपने पुराने दिन याद आ गए और उन्होंने छात्र छात्राओं को शिक्षण करवाना शुरू कर दिया। उपखंड अधिकारी पद पर कार्यरत फलोदी के कानासर निवासी राजेश विश्रोई राजस्थान प्रशासनिक सेवा में आने से पूर्व हिन्दी व्याख्याता के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने शनिवार को क्षेत्र के तीन विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान हिन्दी विषय से संबंधित शिक्षण करवाया तथा उनसे सवाल-जवाब भी किए। गौरतलब है कि शिक्षा एवं भाषा विभाग तथा प्रारंभिक शिक्षा एवं पंचायतीराज प्रारंभिक शिक्षा विभाग के निर्देश पर मिड-डे-मील योजना में वितरित किए जा रहे कोंबो पैक एवं खाद्यान्न की वास्तविक स्थिति का आकलन करने के लिए जिला कलक्टर आशीष मोदी के आदेश पर जिलेभर की ग्राम पंचायतों के विद्यालयों का निरीक्षण किया जा रहा है। इस दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर विद्यालयों का निरीक्षण कर रहे है। पोकरण उपखंड अधिकारी राजेश विश्रोई आरएएस सेवा में आने से पूर्व हिन्दी विषय के व्याख्याता थे तथा वे व्याख्याता भर्ती में राजस्थान प्रदेश में प्रथम रह चुके है। उन्होंने शनिवार को विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान छात्र छात्राओं को शिक्षण करवाया तथा उनकी जिज्ञासा को शांत किया। उन्होंने हिन्दी विषय से संबंधित प्रश्न भी पूछे और हिन्दी विषय से संबंधित समस्याओं का समाधान किया। विद्यालय के दिनों को याद करते हुए उपखंड अधिकारी विश्रोई ने शिक्षकों को भी छात्र छात्राओं को बेहतर शिक्षण कार्य करवाने, नियमित कक्षा लेने, विद्यार्थियों की प्रत्येक समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए।
मिड-डे-मील की देखी वास्तविक स्थिति
उपखंड अधिकारी विश्रोई ने शनिवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सुथारों की बेरी, लवां, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मोराणी का निरीक्षण किया। इस दौरान मिड-डे-मील योजना में वितरित किए जा रहे कोंबो पैक एवं खाद्यान्न की वास्तविक स्थिति देखी। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रतिदिन मीनू के अनुसार दिए जा रहे भोजन के बारे में जांच की तथा विद्यार्थियों से मुलाकात कर उन्हें मिड-डे-मील के तहत मिल रहे खाद्यान्न के बारे में जानकारी लेकर शिक्षकों को आवश्यक निर्देश दिए।
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