जैसलमेरPublished: Oct 15, 2023 08:07:18 pm
Deepak Vyas
राहगीर व वाहन चालक परेशान
पोकरण. कस्बे के मुख्य मार्गों के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11 पर पोकरण से जैसलमेर तक रात के समय सड़कों पर बेसहारा व पालतु गोवंश का डेरा रहता है। जिसके कारण हर समय हादसे की आशंका बनी रहती है। जबकि इन गोवंश को गोशाला भिजवाने अथवा सड़कों से दूर करने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है और जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए है एवं आए दिन हो रहे हादसों से भी सबक नहीं ले रहे है। गौरतलब है कि कस्बे के मुख्य चौराहे से मिड-वे तक और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11 पर स्थित गांवों में सड़क के दोनों तरफ आबादी निवास करती है। साथ ही स्वर्णनगरी जैसलमेर आने-जाने वाले राहगीरों व वाहन चालकों का इस मार्ग पर आवागमन लगा रहता है। इस मार्ग पर पशुओं की भीड़ के कारण हर समय हादसे की आशंका बनी रहती है। बावजूद इसके कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
यह है हालात
पोकरण कस्बे में दिनभर पशु गली मोहल्लों के साथ मुख्य मार्गों व चौराहों पर विचरण करते रहते है। अंधेरा होने के बाद इधर उधर गलियों से बेसहारा पशु बीच सड़क पर आकर बैठ जाते है। इसी प्रकार जैसलमेर जाने वाले मार्ग पर स्थित गांवों के गोवंश भी बीच सड़क पर अपना डेरा डाल देते है। हालात यह है कि बीच सड़क बैठे पशुओं के कारण वाहन चालकों को वाहन धीरे अथवा सड़क से नीचे उतारकर गुजरना पड़ता है। राष्ट्रीय राजमार्ग होने के कारण तेज गति से निकलने वाले वाहनों के हर समय इन पशुओं से टकरा जाने से हादसे की आशंका बनी रहती है।
नहीं भेज रहे गोशाला
पोकरण कस्बे में मुख्य मार्गों पर बैठे पशुओं में बेसहारा के साथ कुछ पालतु गोवंश भी शामिल है। जिन्हें बाड़ों से निकाल दिया जाता है। ये पशु बीच सड़क पर आकर यातायात बाधित करते है। वाहनों के इन पशुओं से टकरा जाने से कभी किसी बड़े हादसे से भी इनकार नहीं किया जा सकता। बावजूद इसके नगरपालिका की ओर से अभियान चलाकर पशुओं को गोशालाओं में भिजवाने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी यही हाल
कस्बे के साथ जैसलमेर रोड पर स्थित गांवों में भी यही हाल है। क्षेत्र के चाचा से निकलने के बाद खेतोलाई, धोलिया, लाठी, चांधन सहित कई गांवों से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11 पर शाम ढलने के बाद पूरी रात पशुओं का जमावड़ा नजर आ रहा है। इस मार्ग पर आए दिन वाहनों के टकराने से हादसे भी हो रहे है। हालांकि भादरिया गोशाला की ओर से कुछ दिन पूर्व अभियान चलाकर रात के समय सड़क पर बैठे पशुओं को गोशाला ले जाकर जमा किया गया था, लेकिन स्थिति पुन: बिगड़ रही है और रात के समय पोकरण से जैसलमेर के बीच कई जगहों पर पशुओं का डेरा नजर आ रहा है।