जैसलमेर

Jaisalmer- नहीं मिल रही है सीटें, कैसे हों बाबा के दर्शन का सफर पूरा

बांद्रा-जैसलमेर एक्सप्रेस में नहीं मिल रही सीटें

जैसलमेरNov 18, 2017 / 09:52 am

jitendra changani

Indian railway

जैसलमेर (रामदेवरा). सरहदी जैसलमेर जिले के जग विख्यात बाबा रामसा पीर के दर्शनार्थ गुजरात व महाराष्ट्र से हजारों श्रद्धालु प्रत्येक शनिवार को बाबा की चौखट पर शीश नवाने आते है। गुजरात व महाराष्ट्र के लोगों की बाबा के प्रति आस्था को देखकर रामदेवरा के लिए रेलवे ने करीब तीन साल पहले साप्ताहिक ट्रेन शुरू की थी, लेकिन इस ट्रेन के फेरों को अभी तक नहीं बढ़ाया गया है। जिससे अब भी बाबा केे दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं की बाबा के दर्शनों की आस अधूरी है। जानकारों की माने तो ट्रेन में रिजर्वेशन के अभाव में कईं श्रद्धालु ट्रेन का सुहाना सफर कर बाबा के दर्शन को नहीं पहुंच पा रहे है। जिससे उनकी यह ख्वाहिश अधूरी ही है।
 

 

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बांद्रा-जैसलमेर एक्सप्रेस में नहीं मिल रही सीटें
बांद्रा-जैसलमेर साप्ताहिक एक्सप्रेस में आगामी दो माह के लिए कोई टिकट नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि बांद्रा टर्मिनस से जैसलमेर तक एक्सप्रेस रेल संचालित होती है। इस रेल में आगामी दो माह तक कोई सीट उपलब्ध नहीं है। गौरतलब है कि इस रेल से प्रति सप्ताह सैंकड़ों पर्यटक जैसलमेर भ्रमण के लिए आते है तथा सैंकड़ों श्रद्धालु बाबा रामदेव की समाधि के दर्शनों के लिए यहां पहुंचते है। इस रेल में आगामी दो माह तक कोई सीट उपलब्ध नहीं होने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यदि इस रेल को सप्ताह में दो या तीन दिन तक चलाया जाता है, तो यात्रियों को राहत मिलेगी।
यह है स्थिति
दिनांक वेटिंग
शयनयान थर्ड एसी
18 नवम्बर 53 21
25 नवम्बर 77 41
2 दिसम्बर 0 7 22
9 दिसम्बर 28 20
16 दिसम्बर 45 42
23 दिसम्बर 30 20
30 दिसम्बर 91 55
प्रतियोगिता में झलका उत्साह
जैसलमेर. राजस्थान राज्य बाल संरक्षण अधिकार आयोग जयपुर के निर्देशानुसार बाल दिवस का आगाज 14 नवंबर को किया गया। राजकीय सम्प्रेक्षण एवं किशोर गृह जैसलमेर में रहने वाले बच्चों की ओर से वॉलीबाल व क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बाल कल्याण समिति सदस्य करुणा केला की ओर से बच्चों को आउट डोर व इनडोर गेम की जानकारी प्रदान की। वाद-विवाद एवं भाषण प्रतियोगिता आयोजित करवाई गई और बच्चों को खेल खेलने से होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बालकों शिक्षा के साथ-साथ खेल गतिविधियों एवं व्यायाम करते रहना भी आवश्यक है। इस अवसर पर बाल संरक्षण इकाई के आउट रिच वर्कर अनिल उज्ज्वल, किशोर गृह के हरीसिंह, रमेश कुमार, खेतदान, देवीसिंह, अमृतलाल, गोविन्दाराम, इन्द्रकृपा विकास संस्थान के सचिव छत्रसिंह भाटी एवं शिशु गृह के कंचन व्यास, फिरदौस, पूजा, दौलत उपस्थित रहे। बाल दिवस के अवसर पर करुणा केला ने बालकों को अनुशासन से रहने की बात कही।
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