चहुंओर उत्साह..उल्लास व श्रद्धा,शिव भक्ति में डूबा जैसाण
जैसलमेरPublished: Feb 21, 2020 08:53:54 pm
जैसलमेर सहित जिले भर में महाशिवरात्रि पर्व पर शुक्रवार शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की चहल-पहल बनी रही। विभिन्न शिव मंदिरों में दिन भर जलाभिषेक व दुग्धाभिषेक का आयोजन हुआ, वहीं सहस्रघट व रूद्राभिषेक से माहौल भक्तिमय बन गया।
चहुंओर उत्साह..उल्लास व श्रद्धा,शिव भक्ति में डूबा जैसाण
जैसलमेर. जैसलमेर सहित जिले भर में महाशिवरात्रि पर्व पर शुक्रवार शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की चहल-पहल बनी रही। विभिन्न शिव मंदिरों में दिन भर जलाभिषेक व दुग्धाभिषेक का आयोजन हुआ, वहीं सहस्रघट व रूद्राभिषेक से माहौल भक्तिमय बन गया। मंदिरों में भजन-कीर्तन, पूजा-अर्चना का दौर चलता रहा। जैसलमेर से पांच किमी दूर स्थित शिवमड़ी में शहर से बड़ी संख्या में दर्शनार्थी यहां पहुंचे। कई लोग अपने निजी वाहनों से मंदिर पहुंचे। स्थानीय देवचंद्रेश्वर मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। मंदिर में दिन भर जलाभिषेक का दौर चला। श्रद्धालु जल व दूध से अभिषेक करते रहे इसी क्रम में जैसलमेर के वैशाखी क्षेत्र में महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया गया। जैसलमेर के चंद्रमोलेश्वर, देवचंद्रेश्वर, वरुणेश्वर सहित कई शिव मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। अधिकांश शिव मंदिरों में आकर्षक सजावट की गर्ई। मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि के मौके पर कई कार्यक्रम आयोजित हुए। मुक्तेश्वर धर्म संस्थान की ओर से महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस पर्व की तैयारी के लिए मंदिर परिसर में साफ-सफाई कराई गई और मंदिर में रोशनी की व्यवस्था की गई। उधर, महाशिवरात्रि के दौरान शिव मंदिरों में शृंगार किया गया। इस दौरान विशेष शृंगार हुए, वहीं श्रद्धालुओं ने फूल मालाएं और पुष्प चढ़ाए, जिससे फूलमालाओं की बिक्री खूब हुई। भगवान शिव को प्रिय माने जाने के कारण मन्दिरों में आक, बिल्वपत्र व धतूरा चढ़ाए गए। मंदिरों में परंपरागत रुप से पूजा अर्चना की गई। इसी क्रम में स्थानीय श्याम मंदिर गुरुकुल छात्रावास के सामने जेठवाई रोड स्थित शिव मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर नामदेव छिपा समाज संस्थान के अध्यक्ष भगवानदास भाटी ने सपत्नीक नामदेव श्याम बबूता सिद्ध महाराज मंदिरों की पूजा अर्चना की। इस दौरान दीपमाला एवं पुष्प अर्पित किए तत्पश्चात गणेश पूजन कर महादेव का लघु अभिषेक विधि विधान से पूजा अर्चना कर मंत्रोच्चारण के साथ अभिषेक किया गया।