अनफेयर मीन्स में चल रहा था मामला
सामूहिक नकल के चलते विश्वविद्यालय की ओर से मामले को जांच के लिए अनफेयर मीन्स में भेज दिया गया था। अनफेयर मीन्स की कमेटी ने मामले की जांच की। जिसमें सामूहिक नकल होना पाया गया। जिस पर विद्यार्थियों को गत दो माह पूर्व विश्वविद्यालय में भी बुलाया गया था, लेकिन उसका परिणाम जारी करने को लेकर विश्वविद्यालय की ओर से कोई संकेत नहीं दिए गए थे। मात्र विद्यार्थियों से पूछताछ के बाद उन्हें वापिस भेज दिया गया था।
सामूहिक नकल के चलते विश्वविद्यालय की ओर से मामले को जांच के लिए अनफेयर मीन्स में भेज दिया गया था। अनफेयर मीन्स की कमेटी ने मामले की जांच की। जिसमें सामूहिक नकल होना पाया गया। जिस पर विद्यार्थियों को गत दो माह पूर्व विश्वविद्यालय में भी बुलाया गया था, लेकिन उसका परिणाम जारी करने को लेकर विश्वविद्यालय की ओर से कोई संकेत नहीं दिए गए थे। मात्र विद्यार्थियों से पूछताछ के बाद उन्हें वापिस भेज दिया गया था।
विश्वविद्यालय की ओर से शुक्रवार की देर रात परिणाम जारी किया गया, जिसमें सभी विद्यार्थियों की परीक्षा रद्द की गई है। वेबसाइट से निकल रही अंकतालिका के अनुसार 2017 में सामूहिक नकल के चलते परीक्षा रद्द की गई है। अब वे छात्र छात्राएं विश्वविद्यालय के नियमानुसार 2018 में होने वाली तृतीय वर्ष की परीक्षा में बैठ सकेंगे।
विद्यार्थियों में छाई निराशा
परीक्षा परिणाम जारी होने की सूचना मिलते ही विद्यार्थी इंटरनेट पर अपनी अंकतालिका निकालने के लिए उत्सुक नजर आए, लेकिन अंकतालिक में परीक्षा रद्द की सूचना देखते ही विद्यार्थियों के होश उड़ गए तथा उनमें निराशा छा गई। विद्यार्थियों को एक वर्ष खराब होने की चिंता लग गई है।
एक छात्रा परिणाम हुआ जारी
गौरतलब है कि राजकीय महाविद्यालय में कुल 83 छात्र छात्राओं ने बीए तृतीय वर्ष की परीक्षा दी थी। जिसमें से मात्र एक छात्रा का परिणाम जारी हुआ है। उसे अंग्रेजी साहित्य में पूरक परीक्षा देनी होगी। इसके अलावा 82 विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम रद्द किया गया है।
क्या होगा बीएड कर रहे विद्यार्थियों का
बीए तृतीय वर्ष का परीक्षा देने के बाद कई छात्र छात्राओं ने बीएड की परीक्षा दी। जिसमें से कुछ छात्र छात्राएं बीएड के लिए चयनित हो गए। उन्हें बीएड कॉलेजों में सशर्त प्रवेश दिया गया कि प्रथम वर्ष की परीक्षा से पूर्व वे अपनी अंकतालिका जमा करवा देंगे। उन छात्र छात्राओं की ओर से बीएड कॉलेज में अपनी फीस भी जमा करवा दी गई, लेकिन परीक्षा परिणाम रद्द होने के कारण उनके लिए परेशानी और बढ गई है। इस संबंध में पोकरण शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के व्यवस्थापक केडी उज्जवल ने बताया कि नियमानुसार अंकतालिका के अभाव में विद्यार्थियों को प्रथम वर्ष की परीक्षा में बिठाना संभव नहीं होगा।
परीक्षा की गई है रद्द
पोकरण राजकीय महाविद्यालय में बीए तृतीय वर्ष 2017 की परीक्षा के दौरान सामुहिक नकल का प्रकरण बना था, जिसे अनफेयर मीन्स कमेटी को भेजा गया। कमेटी की ओर से मामले की जांच कर जिन विद्यार्थियों के प्रश्नोत्तर हू-ब-हू पाए गए, उनका परीक्षा परिणाम रद्द किया गया है। अन्य का परिणाम जारी कर दिया गया है।
-जेताराम विश्रोई, परीक्षा नियंत्रक जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर।
पोकरण राजकीय महाविद्यालय में बीए तृतीय वर्ष 2017 की परीक्षा के दौरान सामुहिक नकल का प्रकरण बना था, जिसे अनफेयर मीन्स कमेटी को भेजा गया। कमेटी की ओर से मामले की जांच कर जिन विद्यार्थियों के प्रश्नोत्तर हू-ब-हू पाए गए, उनका परीक्षा परिणाम रद्द किया गया है। अन्य का परिणाम जारी कर दिया गया है।
-जेताराम विश्रोई, परीक्षा नियंत्रक जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर।
किया जाएगा आंदोलन
राजकीय महाविद्यालय के 82 विद्यार्थियों का परिणाम सामुहिक नकल बताकर रद्द किया गया है, जो विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। इस संबंध में संगठन के पदाधिकारियों से बातचीत की जा रही है तथा सोमवार से परिषद की ओर से आंदोलन शुरू किया जाएगा।
-वीरमसिंह सनावड़ा, जिला संयोजक एबीवीपी, पोकरण।
राजकीय महाविद्यालय के 82 विद्यार्थियों का परिणाम सामुहिक नकल बताकर रद्द किया गया है, जो विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। इस संबंध में संगठन के पदाधिकारियों से बातचीत की जा रही है तथा सोमवार से परिषद की ओर से आंदोलन शुरू किया जाएगा।
-वीरमसिंह सनावड़ा, जिला संयोजक एबीवीपी, पोकरण।