राष्ट्रभाव घटने व सामाजिक विषमता बढऩे से कम हुई देश की सीमाएं- जैसलमेर, हमीरा, जेठवाई, चेलक और कोटड़ी में हुआ भारत माता पूजन
जैसलमेर . देशवासियों में राष्ट्रभाव घटा और सामाजिक विषमता बढऩे से देश की सीमाएं 82 लाख वर्ग किलोमीटर तक कम हो गई। भारत की सीमाएं पश्चिम में काबूल-कंधार तक थी, जो अब
जैसलमेर तक सिमट गई। यह बात सीमाजन कल्याण समिति के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डॉ. वीरेन्द्रसिंह सोढ़ा ने मॉन्टेसरी विद्यालय में भारत माता पूजन कार्यक्रम के दौरान कही। इस दौरान विद्यालय के सुल्तानसिंह तंवर, नाथूसिंह के साथ शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित थे। उन्होंने जर्मनी व इजराइल देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के नागरिकों की मातृभक्ति की वजह से उन देशों का फिर विलयीकरण हो गया। समिति के जिला मंत्री शरद व्यास ने सीमाजन कल्याण समिति के सफर के बारें में बताया। उन्होंने बताया कि मंगलवार को राउमावि हमीरा और जेठवाई विद्यालयों में भी भारत माता पूजन कार्यक्रम हुए। संपर्क आयाम प्रमुख सुशील व्यास ने कहा कि सीमाएं बदलती रहती हैं, लेकिन राष्ट्र एक भू सांस्कृतिक इकाई है। इसका विकास सदियों में होता है। सहमंत्री टीकमचंद जीनगर ने समिति के उद्देश्यों और कार्यक्रमों की जानकारी दी। समिति के उपाध्यक्ष अमरसिंह सोढ़ा ने आभार व्यक्त किया। प्रधानाचार्य मनीष दवे, झांझणाराम, डूंगरपुरी, कंवराजसिंह ने भी विचार व्यक्त किए। गांव कोटड़ी और चेलक के राउमावि में भारत माता पूजन किया गया। यहां जैसलमेर तहसील मंत्री भूरसिंह बीदा ने संबोधित किया।