पोकरण . कस्बे में पीपा जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। पीपा महाराज की 695वीं जयंती पर दर्जियों की गली स्थित बाबा रामदेव
मंदिर में पीपा महाराज की तस्वीर पर दीप प्रज्ज्वलित कर पूजा-अर्चना की तथा विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान हुए। शनिवार सुबह मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की गई तथा गणपति पूजन कर आरती हुई।
शोभायात्रा में झलका उत्साह
सुबह करीब 10 बजे पीपा क्षत्रिय समाज की ओर से मंदिर परिसर से एक शोभायात्रा निकाली। यह दर्जियों की गली से रवाना होकर सुभाष चौक, फोर्ट रोड, गजानन मार्केट, गांधी चौक, गुराणियों की गली, एको की प्रोल, अस्पताल रोड, जयनारायण व्यास सर्किल, स्टेशन रोड होते हुए पुन: मंदिर पहुंची। इस दौरान बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं, युवा व बच्चे पीपाजी महाराज के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। एक वाहन में विभिन्न देवी देवताओं के वेश में झांकी सजाई गई थी, तो आगे डीजे पर भजनों पर श्रद्धालु नाचते गाते हुए चल रहे थे। अपराह्न ढाई बजे मंदिर परिसर में प्रसादी का आयोजन किया गया। जिसमें पीपा क्षत्रिय समाज के लोगों ने प्रसादी ग्रहण की। पीपा जयंती के अवसर पर समाज के लोगों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। (का.सं.)
लाठी. संत शिरोमणी पीपाजी महाराज की 695वीं जयंती पीपा क्षत्रिय दर्जी समाज की ओर से धूमधाम से मनाई गई। जयंती की पूर्व संध्या पर दर्जी पाड़े में स्थित पीपाजी महाराज के मंदिर परिसर में भजन संध्या हुई। इसमें स्थानीय भजन गायक चतुर भारती, बाबूजी सुरदार, सुखदेव चौहान, अशोक, महेश गोयल ने विभिन्न प्रस्तुतियां दी। शनिवार को झांकियों के साथ शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा दर्जी पाड़ा, सैन पाड़ा, महाजनों का पाड़ा, सेवगों का पाड़ा तथा मुख्य बाजार से होते हुए मंदिर स्थल पहुंची। जिसमें बालिकाएं कलश लेकर चल रही थी। उनके पीछे संत पीपाजी महाराज की झांकियां सजाई गई थी तथा समाज के सैंकड़ों लोग और महिलाएं भजन कीर्तन करते हुए चल रहे थे। पीपा क्षत्रिय ट्रस्ट लाठी के अध्यक्ष नेमीचन्द पंवार, चैनाराम पंवार, अशोक पंवार, बागाराम दर्जी, रमेशकुमार, राजमल पंवार, सोनाराम दर्जी, लक्ष्मणकुमार, स्वरूप पंवार सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। (नि.सं.)
फलसूण्ड. गांव के पीपा मन्दिर में प्रतिमा को शृंगारित किया गया। इस अवसर पर पीपा क्षत्रिय समाज की बैठक आयोजित की गई। इसमें मन्दिर विकास पर चर्चा की गई। इससे पूर्व शुक्रवार की रात्रि में भजन संध्या हुई, इसमें क्षेत्र के भजन गायकों ने भजनों की प्रस्तुतियां दी। जिस पर उपस्थित श्रोता भाव विभोर होकर झूमने लगे।