टिड्डी नियंत्रण का छिडक़ाव गोडावण के लिए खतरा,दूर छिडक़ाव करने की मांग
जैसलमेरPublished: May 25, 2019 11:06:06 am
लाठी. क्षेत्र में गत कुछ दिनों से टिड्डी नियंत्रण को लेकर स्प्रे व छिडक़ाव किया जा रहा है। इस छिडक़ाव में उपयोग ली जाने वाली कीटनाशक गोडावण के लिए जानलेवा साबित हो सकती है।
टिड्डी नियंत्रण का छिडक़ाव गोडावण के लिए खतरा,दूर छिडक़ाव करने की मांग
पोकरण/लाठी. क्षेत्र में गत कुछ दिनों से टिड्डी नियंत्रण को लेकर स्प्रे व छिडक़ाव किया जा रहा है। इस छिडक़ाव में उपयोग ली जाने वाली कीटनाशक गोडावण के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। गौरतलब है कि गत कुछ दिन पूर्व पाकिस्तान की तरफ से टिड्डी दल भारत में प्रवेश कर गया और रामदेवरा व पोकरण फिल्ड फायरिंग रेंज के आसपास डेरा डाला हुआ है। ऐसे में टिड्डी नियंत्रण दल व कृषि विभाग की ओर से इस क्षेत्र में कीटनाशक का छिडक़ाव किया जा रहा है, ताकि टिड्डी को खत्म किया जा सके, लेकिन यह स्प्रे गोडावण के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
डेढ़ दर्जन से अधिक गोडावण है क्षेत्र में
रामदेवरा, पोकरण फिल्ड फायरिंग रेंज, लाठी, धोलिया के आसपास क्षेत्र में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक गोडावण है, जो स्वच्छंद विचरण करते है। संकटग्रस्त गोडावण प्रजाति के रहवास का यह मुख्य स्थल है। केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से भी गोडावण को बचाने व उनके संरक्षण के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है और करोड़ों रुपए की धनराशि भी खर्च की जा रही है।
स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है स्प्रे
नई दिल्ली स्थित गुरु गोविंदसिंह इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.सुमित डूकिया ने बताया कि टिड्डी गोडावण का प्रिय भोजन है। कृषि विभाग व टिड्डी नियंत्रण दल की ओर से कीटनाशक का स्प्रे व छिडक़ाव कर टिड्डी को मारने के प्रयास किए जा रहे है। इस छिडक़ाव से टिड्डी की मौत के बाद यदि गोडावण उस टिड्डी को खा लेती है, तो उसके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर होगा तथा जानलेवा भी साबित हो सकता है।
गोडावण रहवास स्थल से दूर स्प्रे करने की मांग
अखिल भारतीय जीवरक्षा विश्रोई सभा के तहसील संयोजक राधेश्याम पेमाणी, पार्थ जगाणी, ए.मोहन, सुमित बालानी, श्याम कड़वासरा सहित वन्यजीवप्रेमियों ने शुक्रवार को जिला कलक्टर से मुलाकात की। उन्होंने एक ज्ञापन सुपुर्द कर इस छिडक़ाव से गोडावण पर प्रतिकूल प्रभाव की जानकारी देते हुए गोडावण रहवासस्थल से दूर छिडक़ाव करने की मांग की।