अभी तक करना होगा मंदिर खुलने का इंतजार
जैसलमेरPublished: Jun 01, 2020 08:09:50 pm
– मंदिरों को 30 जून तक बंद रखने की एडवाइजरी हुई जारी
अभी तक करना होगा मंदिर खुलने का इंतजार
रामदेवरा. भक्त और भगवान के बीच इन दिनों फासला लगातार बढ़ता जा रहा है। देश के प्रमुख धार्मिक स्थल गत ढाई महिने से बंद पड़े हैं। ऐसे में केंद्र सरकार की ओर से आठ जून को धार्मिक स्थल खोलने की छूट दी गई थी, लेकिन राज्य सरकार की तरफ से इस छूट के विपरित धार्मिक स्थल को आगामी 30 जून तक नहीं खोलने की मुहर लगा देने से देश के करोड़ों भक्तों में निराशा की लहर छा गई है। गौरतलब है कि प्रदेश के सबसे बड़े धार्मिक स्थल के रूप में शुमार बाबा रामदेव समाधि स्थल को आगामी आठ जून से खोलने की सूचना मिलने पर देशभर में बैठे करोड़ों भक्तों को काफी राहत मिली थी और श्रद्धालु यहां आकर दर्शनों का इंतजार करने लगे, लेकिन राज्य सरकार की तरफ से नई गाइडलाइन जारी की गई। जिसके अंतर्गत प्रदेशभर के सभी धार्मिक स्थल को आगामी 30 जून तक नहीं खोला जाएगा। ऐसे में भक्त और भगवान के बीच गत ढाई महीने से चल रही दूरी अब एक महिने के लिए और बढ़ गई है। ऐसे में करोड़ों भक्तों को निराशा हाथ लगी है।
धार्मिक स्थल रामदेवरा का पूरा बाजार बंद
राज्य सरकार की तरफ से सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान खोल दिए गए हैं, लेकिन इसके उलट रामदेवरा के 90 फीसदी बाजार अभी भी पूर्ण रूप से बंद नजर आ रहा है। मुख्य सड़क मार्ग सहित अन्य स्थानों पर कफ्र्यू से हालात देखने को मिल रहे है। रामदेवरा का बाजार समाधि स्थल पर ही संचालित है। जब तक बाबा रामदेव समाधि स्थल का मुख्य द्वार नहीं खुलेगा, तब तक देशभर से लोग दर्शन करने यहां नहीं पहुंचेंगे। यहां के छोटे बड़े सैंकड़ों दुकानदारों को किसी प्रकार का रोजगार नहीं मिलेगा। लॉकडाउन में काफी ढील मिलने के पश्चात् भी समाधि स्थल के पास, पोकरण रोड, करणी द्वार, फलोदी रोड, रेलवे स्टेशन रोड की समस्त दुकानें इन दिनों बंद देखने को मिल रही है।
छोटे बड़े दुकानदारों की आर्थिक तंगी बढ़ी
समाधि स्थल के आसपास छोटी बड़ी दुकान लगाकर अपनी आजीविका चलाने वाले सैंकड़ों दुकानदार उस समय मायूस हो गए, जब उन्हें पता चला कि आगामी 30 जून तक समाधि स्थल के प्रवेश द्वार नहीं खुलेंगे। गौरतलब है कि ढाई महिने से भी अधिक समय से लोग आर्थिक तंगी में अपना जीवन जी रहे थे। उन लोगों के सामने अपने परिवार को चलाने की जिम्मेदारी बमुश्किल किसी तरह से हो रही थी। ऐसे में धार्मिक स्थल एक महिने नहीं खुलने से सभी को एक माह और उनको इंतजार करना पड़ेगा। इससे रामदेवरा क्षेत्र के सैंकड़ों दुकानदारों के चेहरे पर निराशा छा गई।
रोजी रोटी का अन्य कोई जरिया नहीं
समाधि स्थल के आसपास छोटी-बड़ी 500 से अधिक दुकानें संचालित है, जो प्रतिदिन कमाते है और उसी से उनका घर खर्च चलता है। गत ढाई महिने से संपूर्ण बाजार बंद होने से उन परिवारों के सामने रोजी-रोटी का विकट संकट उत्पन्न हो गया है। उनकी आजीविका का अन्य कोई जरिया नहीं होने से ऐसे सैंकड़ों लोगों को अब भूखे मरने की नौबत आ रही है।