पोकरण. ग्राम पंचायत चौक के रामपुरा निवासी तीर्थाराम की पीड़ा व परिवारजनों की व्यथा को राजस्थान पत्रिका की ओर से दी गई आवाज रंग ला रही है। यह आवाज अब सऊदी के दूतावास तक पहुंच चुकी है। उसे वापिस भारत लाने के प्रयास भी तेज हो चुके हैं।
जैसलमेर/पोकरण. ग्राम पंचायत चौक के रामपुरा निवासी तीर्थाराम की पीड़ा व परिवारजनों की व्यथा को राजस्थान पत्रिका की ओर से दी गई आवाज रंग ला रही है। यह आवाज अब सऊदी के दूतावास तक पहुंच चुकी है। उसे वापिस भारत लाने के प्रयास भी तेज हो चुके हैं। गौरतलब है कि रामपुरा निवासी तीर्थाराम पुत्र हजारीराम गत जनवरी माह में सऊदी अरब गया था। यहां तीन माह तक सब कुछ ठीक चलता रहा। इसके बाद उसके नियोक्ता की ओर से उसे मानदेय का भुगतान बंद कर दिया गया और भोजन भी नहीं दिया जा रहा है। देर रात तक काम करवाने और प्रताडि़त जाने पर उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया। उसके चचेरे भाई तनसुख की ओर से विदेश मंत्री को एक ज्ञापन भेजकर उसे वापिस बुलाने की मांग की गई।
परिजनों की व्यथा की पत्रिका बना आवाजसोशल मीडिया पर वीडियो देखकर पत्रिका ने उसके परिवारजनों से बातचीत की। परिवारजनों से सवाल करते ही उनके आंसू फूट पड़े। विशेष रूप से तीर्थाराम की मां अगरोदेवी ने अपनी व्यथा सुनाई और अपने बेटे को प्रताडि़त होता देख, उसने उसे वापिस बुलाने की गुहार की। जिस पर पत्रिका ने गुरुवार को सबसे पहले प्रमुखता से मुद्दा उठाते हुए समाचार प्रकाशित किया। समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार व पत्रिका टीवी की आवाज के बाद राज्य सरकार स्तर से तीर्थाराम को वापिस बुलाने के लिए प्रयास तेज हो गए है।
मंत्री ने किया ट्वीट, दूतावास ने मांगे दस्तावेजपत्रिका की खबर को देखकर पोकरण विधायक अल्पसंख्यक मामलात विभाग मंत्री
सालेह मोहम्मद ने अपने करीबी कांग्रेस नेता आरब खां मेहर सनावड़ा को रामपुरा भेजा। वर्तमान में मंत्री के विधानसभा में व्यस्त होने पर उन्होंने आरब खां के माध्यम से परिजनों से दूरभाष पर वार्ता की और पीड़ा सुनी। उन्होंने सभी दस्तावेज अपने पास मंगवा लिए। मंत्री की ओर से ट्वीटर पर पोस्ट डालकर विदेश मंत्री से इस मामले को गंभीरता से लेने और तीर्थाराम को वापिस बुलाने की मांग की। जिस पर
सऊदी अरब के भारतीय दूतावास की ओर से मंत्री के ट्वीट का रीट्वीट करते हुए सभी दस्तावेज अतिशीघ्र भिजवाने व हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया।