जीरे का खराबा तो सरसों व गेहूं के उत्पादन को भी झटका जैसलमेर. सरहदी
जैसलमेर जिले में नलकूप व नहर आधारित कृषि क्षेत्र के किसानों को रबी की अच्छी पैदावार से खरीफ में हुए नुकसान की भरपाई करने की उम्मीद थी, लेकिन रबी ने भी उन्हें रुला दिया है। जानकारों के अनुसार मौसम की मार से जीरे की फसल पनपने से पहले ही खराब हो गई, वहीं सामान्य से अधिक तापमान रहने से सरसों समय से पहले पकाव बिन्दु पर पहुंच गई और गेहूं की वृद्धि पर भी अंकुश लग गया। ऐसे में फसलों की उत्पादन क्षमता प्रभावित होने से किसानों को रबी फसल से भी बड़ा नुकसान होने की आशंका गहराने लगी है। संभावना यह भी है कि फसल के लागत मूल्य में दस फीसदी से अधिक इजाफा होगा, लेकिन गुणवत्ता कमजोर होने की स्थिति में बाजार में उम्मीदों के अनुसार दाम नहीं मिल सकेंगे।
यहां बिजली ने दिया झटका मौसम की मार से रबी को बचाने के लिए किसानों ने उन्नत किस्म के सीड्स का उपयोग कर मौसम की विपरित परिस्थितियों में हौसला नहीं खोया, लेकिन पर्याप्त बिजली नहीं मिलने से फसलों की सिंचाई नहीं हो सकी। विशेषज्ञों के अनुसार आवश्यकता से अधिक तापमान रहने से इस बार फसल को अतिरिक्त सिंचाई की जरूरत थी, लेकिन मांग के अनुपात में किसानों को बिजली की आपूर्ति कम हुई