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गर्माने लगा पट्टा विवाद, विधायक ने ली बैठक कर ली जानकारी

पोकरण कस्बे में नगरपालिका की ओर से तथाकथित रूप से फर्जी पट्टे जारी करने को लेकर चल रहा विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है।

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पोकरण कस्बे में नगरपालिका की ओर से तथाकथित रूप से फर्जी पट्टे जारी करने को लेकर चल रहा विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रशासन व जनप्रतिनिधि सभी इस मामले को लेकर सक्रिय हो गए है। एक तरफ उपखंड अधिकारी ने दो दिन पूर्व फर्जी पट्टे जारी होने की शिकायत पर अधिशासी अधिकारी को नए पट्टे जारी नहीं करने और पूर्व में जारी पट्टों की पत्रावलियां पेश करने के आदेश दिए गए थे। इसके साथ ही तहसीलदार को नगरपालिका की ओर से एकल हस्ताक्षर से जारी किए गए पट्टों का पंजीयन नहीं करने और पूर्व में जारी किए गए पट्टों का हस्तांतरण विक्रय लेख पंजीबद्ध नहीं करने के निर्देश दिए है। दूसरी तरफ नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी की ओर से जारी किया गया 16 हजार 800 वर्ग फीट का एक पट्टा निरस्त भी किया गया है। इसी को लेकर कस्बे में फर्जी पट्टा प्रकरण को लेकर चर्चाओं का दौर जोर पकडऩे लगा है।

विधायक ने कहा - फर्जी पट्टे होंगे निरस्त

नगरपालिका की ओर से तथाकथित रूप से फर्जी पट्टे बनाने को लेकर कस्बे में चर्चाओं के बाद शनिवार को क्षेत्रीय विधायक महंत प्रतापपुरी ने नगरपालिका अध्यक्ष मनीष पुरोहित, उपखंड अधिकारी प्रभजोतसिंह गिल, अधिशासी अधिकारी जोधाराम विश्नोई के साथ बैठक कर मामले की जानकारी ली। उन्होंने बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि उन्हें मीडिया के माध्यम से कस्बे में फर्जी पट्टे जारी करने की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से पूर्व में काबिज व भूखंड विहीन कब्जाधारकों के कब्जे नियमन करने एवं पूर्व में ऐसे भवन मालिक, जिनके पट्टे नहीं है, को पट्टा देकर उन्हें स्वामित्व देने के लिए निर्देश दिए गए थे। पोकरण में नियमों को ताक में रखकर फर्जी तरीके से पट्टे जारी करने की शिकायत मिली है। जिस पर उपखंड अधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर वर्ष 2018 से 2024 तक जारी सभी पत्रावलियों की जांच करने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा कि नियम विरुद्ध जारी सभी पट्टे निरस्त किए जाएंगे।

गलत तथ्य वाले पट्टे करेंगे निरस्त

नगरपालिका अध्यक्ष मनीष पुरोहित ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार नगरपालिका अध्यक्ष व अधिशासी अधिकारी दोनों के हस्ताक्षर से पट्टे जारी किए जाएंगे। यदि किसी परिस्थिति में अध्यक्ष की ओर से पट्टे पर हस्ताक्षर नहीं किए जाते है तो ऐसे पट्टों को क्षेत्रीय उपनिदेशक को भिजवाए जाएंगे। बावजूद इसके अधिशासी अधिकारी ने एकल हस्ताक्षर से पट्टे जारी किए है। उनकी जांच की जाएगी और ऐसे पट्टे, जो दो हस्ताक्षर से जारी है, लेकिन तथ्य गलत है, उनकी जांच कर उन्हें भी निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।

की जाएगी दंडात्मक कार्रवाई

इस मौके पर उपखंड अधिकारी प्रभजोतसिंह गिल ने कहा कि उन्हें संज्ञान में आया कि पालिका की ओर से फर्जी तरीके से पट्टे जारी किए गए है। यह भी जानकारी मिली कि जमीन पर बिना कब्जे और रोड केे किनारे बहुकीमती भूमि, जिनके एकल हस्ताक्षर से पट्टे जारी किए गए है, वे नियम विरुद्ध है। ऐसे पट्टों की जांच शुरू की गई है। सर्वप्रथम पट्टे जारी करने और पंजीयन पर रोक लगा दी गई है। रिकॉर्ड की जांच कर सूची तैयार की जाएगी और सभी को नोटिस जारी कर जांच की जाएगी। गलत पट्टों को निरस्त कर संबंधित अधिकारी व पट्टाधारक के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

रिकॉर्ड किया सील, लगाया ताला

इस मौके पर उपखंड अधिकारी गिल ने कर्मचारियों से पट्टों से संबंधित सभी रिकॉर्ड एक कक्ष में रखवाया। जिस पर नया ताला लगाया गया है। उन्होंने बताया कि इन पत्रावलियों की गहनता से जांच की जाएगी।