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JAISALMER NEWS- सी फॉर्म की गफलत में उलझा सुरक्षा का सवाल बन रहा बड़ा जंजाल!

locationजैसलमेरPublished: Feb 03, 2018 09:36:25 pm

Submitted by:

jitendra changani

भारी न पड़ जाए छोटी-सी गफलत, बड़ी से छोटी होटल वाले समय पर जमा नहीं कर रहे ‘सी’ फार्म

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सीआईडी बीआई चला रही अभियान
जैसलमेर . स्वर्णनगरी जैसलमेर एक उम्दा पर्यटन स्थल होने के साथ देश की पश्चिमी सीमा पर बसा अंतिम शहर भी है। जिले के साथ पड़ोसी देश पाकिस्तान की करीब 471 किलोमीटर लम्बी अंतरराष्ट्रीय सीमा सटी हुई है, यह जाना-माना तथ्य शायद यहां के कई होटल संचालकों व प्रबंधकों को ज्ञात नहीं है। तभी प्रत्येक विदेशी नागरिक के होटल में प्रवेश के चौबीस घंटों के भीतर उनका ‘सी’ फार्म ऑनलाइन जमा करवाने का नियम होने के बावजूद होटल वाले इस कार्य में कोताही बरत रहे हैं। सीआईडी बीआई ने गत दिनों के दौरान कुछ होटलों की जांच कर इस अनियमितता को पकड़ा है और पुलिस में मामले भी दर्ज करवाए हैं। लेकिन जानकारी के अनुसार समय पर सी फार्म जमा नहीं करवाने वाले कई होटल जैसलमेर में हैं। अभी कुछेक पर ही कार्रवाई हो पाई है।
गंभीर हो सकती है छोटी चूक
समय पर विदेशी नागरिकों के ‘सी’ फार्म जमा नहीं करवाए जाने की चूक कभी भी गंभीर साबित हो सकती है। जानकारों के अनुसार वर्ष 2008 में मुम्बई में आतंकी हमले से पहले अमेरिकी नागरिक रिचर्डहेडली बाकायदा टूरिस्ट वीजा पर ही भारत आया था और उसने मुम्बई में रहकर आतंकी आकाओं के लिए रेकी करने का काम किया था। ऐसे में किसी भी विदेशी नागरिक के संबंध में सीआईडी बीआई को समय पर सूचित नहीं करने की गफलत कभी भी भारी पड़ सकती है। पूर्व में जैसलमेर में भी कुछ अवांछनीय तत्व वीजा पर आकर यहां की होटलों में ठहर चुके हैं। जिनके बारे में बाद में खुलासा हुआ था।
जरूरी है समय पर ‘सी’ फार्म
जैसलमेर के किसी होटल में विदेशी नागरिक के रुकने पर संबंधित होटल प्रबंधन की ओर से प्राथमिकता के साथ सी फार्म ऑनलाइन जमा करवाना चाहिए। पूर्व में सी फार्म छपवाया जाता था और होटल वाले उसे भरकर जमा करवाते थे। पिछले कुछ वर्षों से यह कार्य सरल कर दिया गया और अब ऑनलाइन ही यह फार्म भरा जाता है। जैसलमेर जैसे सीमावर्ती क्षेत्र में किसी विदेशी के ठहरने पर इसकी समयबद्ध जानकारी सीआईडी बीआई कार्यालय को होनी चाहिए ताकि वह अवगत रहे।
आम है लेटलतीफी
जानकारी के अनुसार जैसलमेर की होटलों की ओर से सी फार्म जमा करवाने में देरी आम चलन हो चुका है। सीआईडी बीआई ने अभी जो कार्रवाई शुरू कर रखी है, वह देरी से की गई कवायद है। हालांकि अब भी समानांतर रूप से सभी होटलों की जांच की जाए तो देरी नहीं हुई है। गत दिनों से सीआईडी की इस कार्रवाई को लेकर होटल व्यवसायियों में रोष भी है। उनका आरोप है कि, विभाग ने अभी तक ऐसे संदिग्ध होटलों को छुआ तक नहीं है जिन पर उसकी विशेष नजर होनी चाहिए। समय पर ऑनलाइन सी फार्म जमा नहीं करवाने का एक कारण यह भी है कि कई होटल वाले कम्प्यूटर संचालन में दक्ष कार्मिक को नौकरी पर रखने का खर्च वहन नहीं करना चाहते। लेकिन, बड़ी होटलों में पर्याप्त स्टाफ होने के बावजूद उनकी ओर से यह कार्य समय पर नहीं किया जाना समझ से परे है।
सबके लिए जरूरी ‘सी’ फार्म
केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन की ओर से निर्देशित किया गया है कि किसी भी होटल, गेस्ट हाउस, धर्मशाला, घर, विश्वविद्यालय, अस्पताल, संस्थान आदि में विदेशी के ठहरने पर 24 घंटे के भीतर संबंधित को उसके संबंध में जरूरी जानकारी देते हुए ‘सी’ फार्म भरना होता है।जिससे रजिस्ट्रेशन करने वाली एजेंसी को विदेशी के ठहराव तथा भ्रमण के बारे में जानकारी रखने में मदद मिल सके।
फैक्ट फाइल –
-250 से ज्यादा होटलें हैं जैसलमेर में
-01 लाख से अधिक विदेशी सैलानी जैसलमेर आए 2017 में
-01 दर्जन से ज्यादा सितारा होटलें जैसलमेर व आसपास के क्षेत्रों में
निरंतर जारी रहेगी कार्रवाई
विदेशी नागरिकों के सी फार्म समय पर जमा नहीं करवाने वाले होटलों के खिलाफ विभाग की कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी। इसे सामान्य चूक नहीं समझा जा सकता। यह गंभीर विषय है।
-राजीव दत्ता, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सीआईडी बीआई, जैसलमेर
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