केन्द्र में नीत है पूंजीपतियों की सरकार : मंत्री
- अपने हक की लड़ाई लडऩे वालों को दी जा रही है उग्रवादियों की संज्ञा
- माड़वा व स्वामीजी की ढाणी में किसान संवाद कार्यक्रमों का हुआ आयोजन

पोकरण. क्षेत्र के माड़वा व स्वामीजी की ढाणी में शनिवार को किसान संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण विभाग मंत्री शाले मोहम्मद के मुख्य आतिथ्य, पूर्व जिला प्रमुख अब्दुला फकीर की अध्यक्षता, पूर्व उपप्रधान रणवीरसिंह गोदारा, सरपंच फजलदीन मेहर माड़वा, कादरखां स्वामीजी की ढाणी, राजेन्द्र जाखड़ भणियाणा, उमरदीन तेलीवाड़ा, पूर्व सरपंच शंभूदान माड़वा के विशिष्ट आतिथ्य में आयोजित किसान संवाद कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया। इस मौके पर संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा कि केन्द्र सरकार पूंजीपतियों की सरकार है तथा किसान विरोधी है। उन्होंने कहा कि देशभर के किसान अपने हकों व जायज मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे है। जबकि केन्द्र सरकार व उसके मंत्री उन्हें अलगाववादी, उग्रवादी, माओवादी जैसी संज्ञाएं देकर अपमानित कर रहे है। उन्होंने देश के किसानों से अपने किसान भाइयों के हितों की रक्षा के लिए उनका जगह-जगह समर्थन करने, विरोध प्रदर्शन कर जिला प्रशासन को ज्ञापन सुपुर्द करने व उनका मनोबल बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कड़ाके की ठंड, ओलावृष्टि में किसान केन्द्र सरकार के काले कानून व किसान विरोधी बिल का विरोध कर रहे है। यहां 50 से अधिक किसान शहीद हो चुके है। बावजूद इसके केन्द्र सरकार का कोई मंत्री उन्हें सांत्वना देने तक नहीं गया। उन्होंने कहा कि जिस किसान बिल को केन्द्र सरकार सही ठहरा रही है, उसी बिल के विरोध में उन्हीं की सरकार के कृषि राज्यमंत्री अपना इस्तीफा दे चुके है। कई सांसद व सहयोगी दल एनडीए से अलग होकर किसानों का समर्थन कर रहे है। जबकि केन्द्र सरकार अपनी जिद पर अड़ी हुई है। उन्होंने अन्नदाता की अनदेखी को लोकतंत्र की हत्या बताया तथा काले कानून को वापिस लेने की मांग करते हुए कहा कि जब तक इस कानून को वापिस नहीं लिया जाएगा, तब तक कांग्रेस किसानों के समर्थन में आंदोलन जारी रखेगी। इस मौके पर पूर्व जिला प्रमुख अब्दुला फकीर, पूर्व उपप्रधान रणवीरसिंह गोदारा ने भी किसानों की अनदेखी करने पर केन्द्र सरकार की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने किसान विरोधी कानून वापिस लेकर किसानों के हितों की रक्षा करने का आह्वान किया तथा ग्रामीणों से किसानों के समर्थन में सड़कों पर उतरने की बात कही। इस मौके पर आरबखां सनावड़ा, जगदीशसिंह राजपुरोहित, बरकतखां बांधेवा, कारी मोहम्मद इस्माइल, पूर्व सरपंच जगदीश गांधी, नखतुदान, चंदनसिंह, अमानाराम जैमला सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे। सरपंच फजलदीन मेहर ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन नारायणदान माड़वा ने किया।
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