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श्रावकों ने उत्तम तप धर्म की पूजा की

locationजैसलमेरPublished: Sep 13, 2016 11:11:00 am

Submitted by:

pawan sharma

टोंक. पर्युषण पर्व के तहत सोमवार को उत्तम तप धर्म की पूजा की गई। जैन युवा मंच के राजेश अरिहन्त ने बताया कि पुरानी टोंक स्थित नेमीनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में सुबह जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर नेमीनाथ भगवान का अभिषेक, शान्ति धारा व नित्य नियम की पूजा की गई।

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मालपुरा में पर्युषण पर्व के अन्तर्गत आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुति देती बालिकाएं

टोंक. पर्युषण पर्व के तहत सोमवार को उत्तम तप धर्म की पूजा की गई।

 जैन युवा मंच के राजेश अरिहन्त ने बताया कि पुरानी टोंक स्थित नेमीनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में सुबह जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर नेमीनाथ भगवान का अभिषेक, शान्ति धारा व नित्य नियम की पूजा की गई।
 इसके बाद मण्डल पर सामूहिक अघ्र्य व श्री फल चढ़ाए गए। शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम व कई प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। 

इसमें प्रथम खुशी बडज़ात्या, द्वितीय पंछिल एवं तृतीय संस्कार छाबड़ा तृतीय रही। विजेताओं का सम्मान किया गया।
 इधर, अहिंसा स्तम्भ पटेल सर्किल स्थित महावीर जिनालय में उत्तम तप धर्म की पूजा की गई।

 जिनालय के अध्यक्ष एडवोकेट सुरेन्द्रकुमार जैन ने बताया कि दशलक्षण विधन मण्डल में 26 अर्क चढ़ाए गए। 
श्रद्धालुओं ने सामुहिक रूप से शान्तिधारा की। शाम को आरती के बाद प्रतियोगितओं का आयोजन हुआ।

 इस दौरान पण्डित दिनेश कुमार ने शास्त्र प्रवचन किए।

सब प्राणी तप करते हैं-विशद सागर

जैन नसिया अमीरगंज में विशद सागर ने उत्तम तप धर्म के बारे में कहा कि संसार में सब प्राणी तप करते हैं।
 इष्ट विषय की प्राप्ति के लिए तप को श्रेष्ठ ना गया है।

 समाज के राजेश सर्राफ ने बताया कि विशद सागर एवं संघस्थ विशाल सागर के ससंघ में कल्पतरु महामण्डल विधान में अभिषेक, शान्तिधारा, नित्य नियम पूजा में उत्तम तप धर्म की पूजा की गई।
 इससे पहले रविवार रात विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। मंगलवार को णमोकार मंत्र का पठन किया जाएगा।

बालकों ने दी प्रस्तुतियां

मालपुरा. श्रीपाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में आर्यिका विज्ञाश्री के ससंघ सान्निध्य में चल रहे पर्युषण पर्व के तहत सोमवार को उत्तम तप धर्म की पूजा की गई।
 वहीं रविवार रात सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी।

 इससे पूर्व कार्यक्रम का शुरुआत समाज अध्यक्ष भागचंद जैन व चातुर्मास समिति अध्यक्ष ताराचंद जैन ने दीप जलाकर की।
 समाज की ओर से विवेक पारीक व लक्की पारीक का स्वागत किया गया।

सुबह अष्टद्रव्यों से जिनेन्द्र भगवान की शांतिधारा, कलशाभिषेक, आरती कर उत्तम तप धर्म की पूजा की गई।

 इस अवसर पर आर्यिका विज्ञाश्री ने कहा कि तप के बिना संसार से मुक्ति सम्भव नहीं है। 
निवाई. बिचला जैन मन्दिर में गणिनी आर्यिका विशुद्धमति के ससंघ सान्निध्य में सर्वतोभद्र महामंडल विधान एवं दशलक्षण धर्म की विशेष पूजा की गई। 

इससे पहले भगवान शांतिनाथ की शांतिधारा सूरजमल, विमल कुमार, पदम चंद, चन्द्रप्रकाश पाटनी ने की। 
आयोजन प्रभारी विमल जौंला ने बताया कि विधान के बीच संगीतकार कैलाश एण्ड पार्टी ने भजनों की प्रस्तुतियां दी।

 प. सुरेश की अगुवाई में महाआरती की गई। श्रीशांतिनाथ दिगम्बर जैन अग्रवाल मंदिर में सहस्त्रनाम मंडल विधान के साथ कई सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए।
 इस मौके पर सुनील भाणजा, सुरेश भाणजा, विष्णु बोहरा, सुशील कटारिया, सुरेश चवरियां आदि मौजूद थे।

उनियारा. बालिका मण्डल की ओर से अग्रवाल-दिगम्बर जैन मंदिर से 51 थाल में सजाकर आरती यात्रा निकाली गई।
 समाज के कोषाध्यक्ष प्रकाश जैन ने बताया कि यात्रा रघुनाथ मंदिर होती हुई जैन मंदिर पहुंची। जहां पण्डित जितेन्द्र शास्त्री ने भगवान महावीर स्वामी की पूजा कराई।

पचेवर. दक्षलक्षण पर्व के तहत सोमवार को उत्तम तप धर्म समारोह मनाया गया।
 समाज के प्रवक्ता नाथूलाल सौगानी ने बताया कि आदिनाथ जैन मन्दिर में कलशाभिषेक, मण्डल विधान पूजा, उत्तम तप धर्म का महत्व बताया गया।

 शाम को महाआरती व सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए।

उत्तम तप धर्म की पूजा
नासिरदा. दिगम्बर जैन मंदिर में पर्युषण पर्व के तहत उत्तम धर्म की पूजा की गई।

 राजेश कटारिया ने बताया कि अभिषेक, शान्तिधारा, नित्यपूजा के बाद उत्तम तप धर्म की पूजा-अर्चना की गई। 

लाम्बाहरिसिंह. दिगम्बर जैन मंदिर में उत्तम तप धर्म की पूजा की गई।
 दिनेश जैन ने बताया कि सुबह श्रावक-श्राविकाओं ने अभिषेक किया। शाम को एक सौ आठ दीपकों से महाआरती की।

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