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यह है व्यवस्था के हाल, नेटवर्क नहीं पकड़ रहा चाल

locationजैसलमेरPublished: Jun 02, 2020 08:39:39 pm

Submitted by:

Deepak Vyas

– ग्राम पंचायत मुख्यालयों को वीसी से जोडऩे में आ रही बाधाएं- तकनीकी रूप से सुदृढ़ नहीं होने से बनी निराशाजनक स्थिति

यह है व्यवस्था के हाल, नेटवर्क नहीं पकड़ रहा चाल

यह है व्यवस्था के हाल, नेटवर्क नहीं पकड़ रहा चाल

नाचना/नोख/मोहनगढ़. राज्य सरकार की ओर से ग्राम पंचायत मुख्यालयों को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जोडऩे और ग्रामीण विकास के पहिये को गतिमान रखने की कवायद कई कारणों से फलीभूत नहीं हो पा रही है। सीमावर्ती जैसलमेर जिले में इंटरनेट नेटवर्क की समस्या से कनेक्टिविटी नहीं हो पा रही है। ई-मित्र प्लस मशीनों का उपयोग नहीं होने से वे धूल फांक रही हैं। नाचना ग्राम पंचायत मुख्यालय के साथ विभिन्न सरकारी कार्यालयों में सरकार की ओर से स्थापित ई मित्र प्लस मशीनों में नेटवर्क से नहीं जुडऩे अथवा तकनीकी खराबी के चलते कई महीनों से बंद पड़ी यह मशीनें धूल चाट रही हैं। सरकार की ओर से लाखों रुपए खर्च कर आधुनिक तकनीकी के माध्यम से आम लोगों को एक ही छत के नीचे कई तरह की सरकारी सेवाएं मिले इसी उद्देश्य से पूर्व सरकार की ओर से शुरू की गई ई मित्र प्लस मशीनों को ग्राम पंचायत मुख्यालय तथा विभागीय कार्यालय में स्थापित करवाई गई थी। मशीनों को स्थापित किए जाने के बाद संबंधित विभाग की ओर से सुध नहीं लेने से कहीं इंटरनेट कनेक्टिविटी तो कहीं तकनीकी समस्याओं से बंद पड़ी है और मशीनें धूल चाट रही हैं। लगभग सवा दो लाख की लागत वाली यह मशीन मिनी एटीएम का कार्य करती है। मूल निवास, जाति प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड तथा सभी प्रकार के प्रमाण पत्र का प्रिंट लिया जा सकता है। सरकारी कार्यालयों में उपयोग वीसी करने का बड़ा स्रोत है। नाचना में ई मित्र प्लस मशीन ग्राम पंचायत के अटल सेवा केंद्र तथा जोधपुर विद्युत वितरण निगम कार्यालय व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्थापित की हुई है। यह संवाददाता मंगलवार को जब इन मशीनों की हकीकत जानने के लिए पंचायत अटल सेवा केंद्र पहुंचा तो यहां स्थापित मशीन बंद पाई गई। ई मित्र संचालक सलीम खान ने बताया कि पिछले 6 महीने से इस मशीन में इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं होने से इसका आमजन उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। गौरतलब है कि पंचायत में स्थापित इस मशीन को राजनेट से जोड़ रखा है। इस कंपनी को रखरखाव व नेटवर्क उपलब्ध करवाने का बाकायदा जिला परिषद की ओर से भुगतान भी किए जाने के जानकारी मिल रही है। मशीन बंद होने से मुख्यमंत्री की ओर हाल में ली गई वीसी में यहां के अधिकारी और कर्मचारी भाग नहीं ले पाए थे। डिस्कॉम कार्यालय में स्थापित मशीन भी बंद पड़ी थी। इस पर मिट्टी की परत जमी हुई नजर आई।
ग्राम विकास अधिकारी नाचना भंवरलाल गर्ग ने बताया कि मशीन बंद होने के संबंध में राजनेट के अभियंता को पूर्व में बताया जा चुका है। राजनेट की ओर से शीघ्र मशीन की सेवाएं बहाल करने की बात कही जा रही है। इसी तरह से प्रभारी अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नाचना डॉण् महेंद्र कुमार ने बताया कि केंद्र में ई मित्र प्लस मशीन रखने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। यह कई महीनों से बंद है। डिस्कॉम के सहायक अभियंता अमित मीना के अनुसार डिस्कॉम कार्यालय में लगी मशीन बंद है। मशीन में नेटवर्क नहीं हैं व लोगों को इस मशीन के संचालन की जानकारी नहीं होने से इसे उपयोग में नहीं लिया जा रहा है।
कनेक्टिविटी नहीं होने से शो-पीस बनी मशीनें
नोख में करीब 3 वर्ष पूर्व लगाई गई ई-मित्र प्लस मशीनों में नेट की कनेक्टिविटी नहीं मिलने से यह बहु उपयोगी मशीनें मात्र शोपीस बनी हुई हैं। गत दिनों मुख्यमंत्री की वीसी के दौरान गांव की समस्याएं सरकार तक सीधे नहीं पहुंच सकी और गांव में लोग इस वीसी को मात्र देखते रहने को मजबूर हुए। जिला मुख्यालय से करीब २३० किमी दूर नोख उप तहसील मुख्यालय पर ग्राम पंचायत, उप तहसील कार्यालय व पीएचसी में ई-मित्र प्लस मशीनें लगी हुई हैं, लेकिन तीनों ही जगह नेट कनेक्टिविटी व अन्य तकनीकी कारणों से मशीनों का लोगों के लिए कोई उपयोग नहीं हो रहा है। ई-मित्र प्लस मशीनें अगर सही रूप से कार्य करें तो गांवों में अधिकतर सरकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को एक छत के नीचे बिना किसी परेशानी के मिल सकता है। सरकार व प्रशासन से सीधे जुड़ाव का लाभ भी ग्राम पंचायत क्षेत्र को मिल सकता है।
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