नाचना में स्थित डिस्कॉम कार्यालय।
जैसलमेर(नाचना). जिले के बड़े गांवों में सुमार नाचना गांव में तकनीकी जिम्मेदारों की कमी यहां मिल रही सुविधाओं से लोगों को वंचित कर रही है। हालात यह है कि स्वीकृति से कम पदों पर नियुक्ति होने से यह कस्बा व यहां के बड़े गांव अक्शर अंधेरे में डूब जाते है। जिसका खामियाजा यहां आपातकालीन सुविधाओं से भी वंचित रहना पड़ता है।
जोधपुर विद्युत वितरण निगम उपखण्ड नाचना में तकनीकी सहायकों के रिक्त पदों के चलते आए दिन बिजली व्यवस्था लडखड़़ा जाती है। जिससे आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ता है। गौरतलब है कि पंचायत समिति
जैसलमेर की 15 ग्राम पंचायतों को शामिल कर डिस्कॉम में नाचना उपखण्ड बनाया गया है। यह क्षेत्र करीब 150 किमी में फैला हुआ है। क्षेत्र के नाचना, भारेवाला, जालूवाला, मदासर, आसकंद्रा, दिधु, अजासर, छायण प्रथम, छायण द्वितीय, सादा, नोख, चांदसर में 33 केवी जीएसएस स्थित है। जिससे आसपास क्षेत्र के गांवों व नलकूपों पर विद्युत आपूर्ति की जाती है।
एक-चौथाई कार्मिक क्षेत्र के प्रत्येक जीएसएस पर चार तकनीकी सहायकों की आवश्यकता है, लेकिन क्षेत्र में जीएसएस पर एक ही तकनीकी सहायक कार्यरत है। लम्बी दूरी तक लगी विद्युत लाइनों के रख रखाव, सार संभाल तथा खराबी आने पर उनकी मरम्मत करना एक कर्मचारी के लिए मुश्किल भरा कार्य है। ऐसे में कई बार विद्युत व्यवस्था लडखड़़ा जाती है, जो कई दिनों तक सुचारु नहीं हो पाती है। जिससे ग्रामीणों को परेशानी होती है।