ओरण क्षेत्र में विचरण करते दिखा दुर्लभ प्रजाति का कछुआ
जैसलमेरPublished: Oct 19, 2020 05:02:36 pm
लाठी (जैसलमेर). जिले के देगराय मन्दिर ओरण क्षेत्र में ग्रामीणों और पर्यावरण प्रेमियों की ओर से पिछले कुछ महीनों से की जा रही निगरानी के दौरान विशाल ओरण के छिपे अनेक दुर्लभ जीवों का पता चल रहा है।
ओरण क्षेत्र में विचरण करते दिखा दुर्लभ प्रजाति का कछुआ
लाठी (जैसलमेर). जिले के देगराय मन्दिर ओरण क्षेत्र में ग्रामीणों और पर्यावरण प्रेमियों की ओर से पिछले कुछ महीनों से की जा रही निगरानी के दौरान विशाल ओरण के छिपे अनेक दुर्लभ जीवों का पता चल रहा है। इसी क्रम में रविवार सुबह ओरण में विचरण करते हुए दुर्लभ प्रजाति के कछुए को देखा गया, जिसकी जानकारी वन्यजीव विशेषज्ञों को दी गई। देगराय मन्दिर ओरण विकास समिति के सुमेरसिंह भाटी ने बताया कि यह इंडियन फ्लेपशेल टर्टल प्रजाति का पानी का कछुआ है, जो भारत की नदियों व तालाबों में पाया जाता है। यह भारतीय वन्यजीव कानून में प्रथम श्रेणी में दर्ज संरक्षित जीव है, जिसका शिकार गैरकानूनी है। यह कछुए थार मरुस्थल के तालाबों में भी पाये जाते हैं, जहां यह बेहद दुर्लभ होते हैं, यह एक तालाब से दूसरे तालाब में जमीन के रास्ते सफर करते हैं। गर्मियों में तालाब सुख जाने पर 3 से 4 महीना जमीन के नीचे गीली मिट्टी में सुरक्षित रहते हैं। इनका मुख्य भोजन छोटी मछलियां, मेंढक, घोंघे, घास, पत्तियां, फूल व फल होते हैं। उनके अनुसार ओरण में इस कछुए का दिखना यहाँ के तालाबों में स्वस्थ प्राकृतिक जैव विविधता का अभी तक सुरक्षित होना दर्शाता है।