सभी जानते हैं खुले में स्वच्छंद विचरण करने वाला शांत जीव हरिण, खरगोश, नीलगाय हर किसी को देखकर ही भाग जाते है, लेकिन यहां राधेश्याम विश्नोई परिवार का वन्यजीव के प्रति ऐसा प्रेम बन गया है कि एक आवाज सुनते ही हरिण झुंड के साथ दौड़ आते हैं और उछल.कूद शुरू कर देते हैं। सुबह और शाम उछल.कूद करते खेलते हरिणों को देख हर कोई गदगद हो जाता है।
इलाज के साथ आहार भी
विभिन्न हादसों में घायल होने वाले वन्यजीवों के लिए खेत पर एक छोटा सा रेस्क्यू सेंटर खोला गया है। उनके इलाज के लिए आवश्यकतानुसार दवाइयां, खाने के लिए हरा चारा-पानी की व्यवस्था की गई है। देखरेख व उपचार के बाद तंदुरुस्त हो जाने पर उन्हें जंगल में छोड़ दिया जाता है।
-राधेश्याम विश्नोई, वन्यजीव प्रेमी धोलिया
विभिन्न हादसों में घायल होने वाले वन्यजीवों के लिए खेत पर एक छोटा सा रेस्क्यू सेंटर खोला गया है। उनके इलाज के लिए आवश्यकतानुसार दवाइयां, खाने के लिए हरा चारा-पानी की व्यवस्था की गई है। देखरेख व उपचार के बाद तंदुरुस्त हो जाने पर उन्हें जंगल में छोड़ दिया जाता है।
-राधेश्याम विश्नोई, वन्यजीव प्रेमी धोलिया