जैसलमेर. भीषण गर्मी के लिए पहचाने जाने वाले नौतपा में कुदरत ने स्वर्णनगरी जैसलमेर में अजीबोगरीब खेल दिखाया है। बीती एक रात में जब शहर नींद की आगोश में था, मूसलाधार बारिश से चहुंओर पानी-पानी हो गया। ऐतिहासिक गड़ीसर तालाब में चादर चलने से पानी की बम्पर आवक हुई है और यह टीलों की प्रोल से बाहर तक निकल आया। ऐसे ही निचले इलाकों में आए घरों व दुकानों आदि में पानी भर गया। बिजली के खंभे गिरने सहित अन्य किस्म के फॉल्ट आने से पूरी रात बिजली गुल रही। दिन उगने के भी कई घंटों बाद आपूर्ति सुचारू हो पाई।
जैसलमेर. भीषण गर्मी के लिए पहचाने जाने वाले नौतपा में कुदरत ने स्वर्णनगरी जैसलमेर में अजीबोगरीब खेल दिखाया है। बीती एक रात में जब शहर नींद की आगोश में था, मूसलाधार बारिश से चहुंओर पानी-पानी हो गया। ऐतिहासिक गड़ीसर तालाब में चादर चलने से पानी की बम्पर आवक हुई है और यह टीलों की प्रोल से बाहर तक निकल आया। ऐसे ही निचले इलाकों में आए घरों व दुकानों आदि में पानी भर गया। बिजली के खंभे गिरने सहित अन्य किस्म के फॉल्ट आने से पूरी रात बिजली गुल रही। दिन उगने के भी कई घंटों बाद आपूर्ति सुचारू हो पाई।