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Video Jaisalmer- सुविधा, जो अब बनी हुई है दुविधा, अस्थायी गति अवरोधक बने दुर्घटना का सबब

locationजैसलमेरPublished: Sep 06, 2017 11:21:55 pm

Submitted by:

jitendra changani

-पोकरण-रामदेवरा सडक़ मार्ग पर करवाया गया था निर्माण

Jaisalmer patrika

पोकरण-रामदेवरा मार्ग पर गोमट के गड़ीसर तालाब के पास बना रेत का गति अवरोधक।

जैसलमेर(पोकरण). पोकरण से वाया गोमट होते हुए रामदेवरा तक पोकरण-रामदेवरा रोड पर रेत व ग्रेवल डालकर बनाए गए अस्थायी गति अवरोधक परेशानी का सबब बन गए है। इन गति अवरोधकों को मेला संपन्न हो जाने के बाद भी नहीं हटाया गया है। मेले के दौरान पोकरण व रामदेवरा मार्ग पर वाहनों का आवागमन बढ जाता है। दूसरी तरफ सडक़ पर पदयात्रियों की भी रेलमपेल लगी रहती है। ऐसे में तेज गति से चलने वाले वाहनों की गति को नियंत्रित करने व संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस की ओर से जगह-जगह गीली मिट्टी व ग्रेवल डालकर पोकरण-रामदेवरा वाया मिड-वे व वाया गोमट तालाब मार्ग पर अस्थायी गति अवरोधक बनाए जाते है। पुलिस की ओर से इस वर्ष भी मेला शुरू होने पर पोकरण-रामदेवरा मार्ग पर शक्तिस्थल के पास दो, जैसलमेर रोड आरटीडीसी मिड-वे के पास तीन, गोमट गांव के कब्रिस्तान के पास जैसलमेर व पोकरण की तरफ से आने वाली सडक़ों पर दो अलग-अलग, कृष्णकुंज के पास एक, बीकानेर जाने वाले मार्ग पर दो, बीकानेर रोड से रामदेवरा की तरफ जाने वाले मार्ग पर दो व रामदेवरा के पास बालीनाथ गेट के पास एक कुल एक दर्जन अस्थायी गति अवरोधक का निर्माण करवाया गया था। गौरतलब है कि मेले के दौरान पोकरण-रामदेवरा वाया मिड-वे होकर जाने वाली सडक़ पर बनाए गए अस्थायी गति अवरोधक वाहनों की गति को नियंत्रित करने व दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कारगार साबित होते है तथा पोकरण-रामदेवरा वाया गोमट तालाब होकर तथा कृष्णकुंज से रामदेवरा जाने वाला मार्ग पदयात्रियों के लिए सुरक्षित होता है। इस मार्ग पर वाहनों के प्रवेश को रोकने के लिए ये गति अवरोधक काफी उपयोगी होते है। मेला समाप्त हो जाने के बाद इन गति अवरोधकों की आवश्यकता लगभग समाप्त हो जाती है।
दुर्घटना की बनी हुई है आशंका
मेला संपन्न हो जाने के बाद जब सडक़ों पर वाहनभार कम हो जाता है तथा पुलिस व परिवहन विभाग की अस्थायी चौकियां भी हट जाती है। उस समय राष्ट्रीय राजमार्ग होने के कारण वाहन चालक न तो अपनी गति को नियंत्रित करते है, न ही उन्हें इन गति अवरोधकों के बारे में जानकारी होती है। रात्रि के समय अधिकांश वाहन सडक़ के बीचोंबीच बने इन गति अवरोधकों पर तेज गति से चढ जाते है। जिससे उनका संतुलन बिगड़ जाता है। पोकरण-रामदेवरा सडक़ मार्ग पर एक दर्जन से अधिक इन अस्थायी गति अवरोधकों के कारण आए दिन वाहन असंतुलित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो रहे है। गौरतलब है कि मंगलवार की रात्रि में भी एक कार गतिअवरोधक से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जिससे कार में सवार एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई तथा कार में सवार अन्य पांच जनों को चोटें आई। गनीमत रही कि कार के पलटी नहीं खाने से बड़ा हादसा टल गया। 

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