फिल्म मस्ती जादे में मां काली के दरबार में फिल्माए गए अश्लीश दृश्यों पर हिन्दू तख्त, अखिल भारतीय हिन्दू सुरक्षा समिति व हिन्दू मोर्चा के सैंकड़ों सदस्यों ने विरोध जताया।
हिन्दी फिल्म मस्ती जादे में हिन्दू धर्म की आराध्य मां काली के मंदिर में एक महिला व पुरुष की तरफ से टेलीविजन के माध्यम से दिखाए जा रहे कंडोम के विज्ञापन पर भड़के श्री हिन्दू तख्त, अखिल भारतीय हिन्दू सुरक्षा समिति व हिन्दू मोर्चा के सैंकड़ों सदस्यों ने बुधवार को हिन्दू तख्त के मुख्य प्रचारक वरुण मेहता, हिन्दू सुरक्षा समिति के प्रदेश प्रभारी बब्बी टांक व प्रदेश अध्यक्ष दीपक भारद्वाज की अध्यक्षता में सिविल लाइन्स स्थित पवेलियन मॉल का घेराव कर फिल्म में मां काली के दरबार में फिल्माए गए अश्लीश दृश्यों पर विरोध जताया।
फिल्म में सनातन संस्कृति के विपरित दर्शाए दृश्यों के विरोध में पवेलियन मॉल के घेराव की भनक लगने पर पवेलियन मॉल के निजी सुरक्षा कर्मियों की तरफ से हिन्दू धर्म के अनुयायियों के साथ धक्का मुक्की के बाद हुई जबर्दस्त नारेबाजी के बाद बिगड़ते हालातों से खौफजदा पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए।
भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पंहुची एसीपी गुरप्रीत कौर पुरेवाल सहित अन्य अधिकारियों ने पहले तो फिल्म पर पांबदी लगाने की मांग कर रहे प्रर्दशनकारियों को डराने व धमकाने का प्रयास किया। जब डराने धमकाने का प्रर्दशनकारियों पर कोई असर नहीं हुआ तो पुलिस अधिकारियो ने अतिक्ति सुरक्षा बल मंगवा कर पवेलियन मॉल को चारों तरफ से बंद कर नाकाबंदी कर प्रर्दशनकारियों को रोका। करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्त के बाद पुलिस कमिश्नर ने बिगड़ते हालातों को संभालते हुए तुरन्त लुधियाना के सभी सिनेमा घरों में फिल्म का प्रसारण बंद करवा कर हिन्दू धर्म के अनुयायियों के गुस्से को शांत किया।
हिन्दू तख्त के मुख्य प्रचारक वरुण मेहता ने फिल्म की निंदा करते हुए फिल्म को पास करने वाले सैंसर बोर्ड सदस्यों को बर्खास्त कर सुप्रीमकोर्ट के सेवानिवृत न्यायधीश से जांच करवाने की मांग करते हुए कहा कि केंद्र सरकार इस बात की जांच करवाए कि पिछले तीन वर्षों से निरंतर हिन्दू धर्म की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली फिल्मों को मंजूरी देने के पीछे कौन सी हिन्दू विरोधी ताकते सरगर्म है और फिल्मों के निर्माण के लिए पैसा कहां से आ रहा है।
लुधियाना के पुरानी कचहरी चौंक स्थित पवेलियन में चल रही फिल्म ‘मस्ती जादे’ के विरोध में हिन्दू संगठनों द्वारा किये गए प्रदर्शन के दौरान जब मॉल के सुरक्षा कर्मी प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश करने लगे तो दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गई। यहां तक कि आपसी झगडे में एक दूसरे के कपडे भी फट गए। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद सुरक्षा कर्मी को मॉल के अंदर भेज दिया गया। हिन्दू संगठनों सुरक्षा कर्मी पर मामला दर्ज करने व फिल्म पर पूर्ण रूप से प्रतिबन्ध लगाने की मांग कर रहे थे। पुलिस के आश्वासन व सुरक्षा कर्मी को हिरासत में लिए जाने के बाद ही प्रदर्शनकारी शांत हुए।
किसी प्रकार का हंगामा न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन व मॉल प्रशासन द्वारा मॉल के मुख्य प्रवेश द्वार पर भारी सुरक्षा तैनात कर दी गई। सुरक्षा कर्मी व पुलिस बल के नौजवान मानव चेन बना कर दरवाजे के बाहर खड़े रहे। पुलिस अधिकारी मौके की नज़ाकत को देखते हुए मॉल के सुरक्षा कर्मी को पिछले दरवाजे से कार में बैठा कर थाने ले गए।