जैसलमेरPublished: Oct 18, 2023 08:44:45 am
Deepak Vyas
-जनप्रतिनिधियों व प्रशासन-पुलिस की समझौता वार्ता के बाद शव लिया
- कुल तीन पुलिसकर्मी और एक जलदाय कर्मी निलम्बित
जैसलमेर. जिले के खुहड़ी पुलिस थाना क्षेत्र में बीती रात शराब के नशे में चूर पुलिसकर्मियों व जलदाय विभाग के कार्मिक की गाड़ी से युवक पृथ्वीसिंह पुत्र राणसिंह निवासी धोबा की मौत से मंगलवार सुबह से बवाल मच गया। मृतक के परिवारजनों और ग्रामीणों ने जैसलमेर के जिला अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना देते हुए मांगें पूरी नहीं होने तक शव उठाने से इनकार कर दिया। धरना दे रहे लोगों के बीच सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष मानवेंद्रङ्क्षसह जसोल, पूर्व विधायक सांगसिंह भाटी और छोटूसिंह भाटी, जिला प्रमुख प्रतापसिंह सोलंकी आदि पहुंचे और उन्होंने अपना पूरा समर्थन शोक संतप्त परिवार के प्रति जताया। प्रशासन की तरफ से उपखंड अधिकारी जगदीशसिंह आशिया और उपअधीक्षक गिरधर सिंह ने धरना दे रहे लोगों से समझाइश की। धरना दे रहे लोगों ने मृतक के परिवार में आश्रित को सरकारी नौकरी, 60 लाख रुपए का मुआवजा और जिम्मेदार कर्मचारियों को बर्खास्त करने व पूरे खुहड़ी थाने के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठाई। इस पर विचार विमर्श के बाद उपखंड अधिकारी ने बताया कि प्रशासन की ओर से नियमानुसार मृतक के परिवार को 5 लाख रुपए की राशि दिलाई जाएगी। मृतक के परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी दिलाने व घटना की जांच अन्य जिले की पुलिस से करवाकर दोषी पाए जाने पर अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई करवाई जाएगी। इस बीच मानवेंद्र सिंह ने सारे वाकये की जानकारी पुलिस महानिरीक्षक को मोबाइल कॉल कर दी। उन्होंने आवश्यक कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। समझाइश के बाद धरना दे रहे लोग शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे स्वीकार करने के लिए तैयार हुए। इसके बाद जरूरी कार्रवाई के बाद शव परिवारजनों के सुपुर्द कर दिया गया। इस बीच धरना स्थल पर अधिकारियों ने जानकारी दी कि टक्कर मारने वालों में शामिल पुलिसकर्मी चैनाराम और जलदाय विभाग के तनेराव को निलम्बित कर दिया गया है। गौरतलब है कि दो अन्य पुलिसकर्मियों जीवणाराम और शम्भूदान को पहले ही निलम्बित कर दिया गया था।
गांव में शोक की लहर
दूसरी तरफ पृथ्वीसिंह की मौत से धोबा गांव में शोक की लहर दौड़ गई। उसके परिवारजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। महज 5 माह पहले ही पृथ्वीसिंह की शादी हुई थी और वह जैसलमेर में पंचायत समिति सम कार्यालय के बाहर ई-मित्र संचालित करता था। मोर्चरी के बाहर धरना दे रहे ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार रात से उसके घर में किसी ने कुछ खाया-पीया नहीं है। जवान बेटे की मौत से अन्य ग्रामीणों में भी दु:ख व्यापा हुआ है। धरने पर बैठे लोगों से समझाइश के दौरान अनेक ग्रामीणों ने अधिकारियों के सामने इस वारदात पर रोष का जताया। उनका कहना था कि, जिस पुलिस के भरोसे समाज की सुरक्षा है, जब उसके कार्मिक इस तरह थाने में बैठ कर शराब की पार्टी कर इतना संगीन अपराध करते हैं तो लोगों को भरोसा पूरे सिस्टम से उठता है। गौरतलब है कि ग्रामीणों ने गत सोमवार को जब दो पुलिसकर्मियों व एक जलदायकर्मी को पकड़ा तब उन्होंने वीडियो पर बताया कि उन्होंने खुहड़ी थाने में बैठ कर शराब पी और इसके बाद जलदाय विभाग में लगी गाड़ी में बैठ कर चेलक के लिए रवाना हुए। धोबा गांव में रातडिय़ा की ढाणी की ओर मोड़ पर बाइक को टक्कर मार दी।
इनकी रही मौजूदगी
मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे लोगों का समर्थन करने के लिए पूर्व सरपंच भंवरसिंह साधना, लखसिंह भाटी, विरेंद्रङ्क्षसह रामगढ़, सवाईसिंह देवड़ा, बाबूलाल शर्मा, देरावरसिंह बडोड़ा गांव, नरेंद्रसिंह बैरसियाला, दीपसिंह बडोड़ा गांव आदि भी वहां पहुंचे।
सभी कार्मिक निलम्बित
युवक की मौत संबंधी घटना में वाहन में सवार तीन पुलिसकर्मियों और एक जलदायकर्मी को निलम्बित कर दिया गया है। मृतक के परिवार को प्रशासन की तरफ से यथासंभव मदद पहुंचाई जाएगी। इसके अलावा जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
- जगदीशसिंह आशिया, उपखंड अधिकारी, जैसलमेर