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आंकड़ा नीचे उतरने का सब कर रहे इंतजार, कड़े प्रतिबंधों का भी असर नहीं

locationजैसलमेरPublished: May 16, 2021 04:38:02 pm

Submitted by:

Deepak Vyas

-कोरोना संक्रमण दर 35 से 40 के बीच बरकरार

आंकड़ा नीचे उतरने का सब कर रहे इंतजार, कड़े प्रतिबंधों का भी असर नहीं

आंकड़ा नीचे उतरने का सब कर रहे इंतजार, कड़े प्रतिबंधों का भी असर नहीं

जैसलमेर. सीमांत जैसलमेर जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कोरोना की तेज रफ्तार अब प्रशासन के साथ शासन के लिए भी चिंता का सबब बन गई है। पिछले एक माह से जन अनुशासन पखवाड़ा, रेड अलर्ट अनुशासन और गत 10 तारीख से एक तरह के लॉकडाउन के बावजूद हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे। राजस्थान का आबादी के लिहाज से छोटा.सा जैसलमेर जिला कोरोना संक्रमण दर के लिहाज से उच्च पांच जिलों में शामिल हो चुका है। जहां एकाध दिन को छोड़कर संक्रमण दर 35 से 40 प्रतिशत से नीचे नहीं आ पाई है।
नहीं रोका जा सका गांवों में फैलाव
जिले के करीब 80 प्रतिशत से अधिक ग्राम पंचायतों और ढाणियों में कोरोना की दस्तक हो चुकी है। कई गांवों में तो हालात बेकाबू हो चले हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा विभाग की पहुंच नहीं होने और प्रशासन की ओर से भी शुरुआती दौर में संक्रमण को पर्याप्त गंभीरता से नहीं लेने के कारण हालात बिगड़े। ग्रामीणों को दो गज दूरी और मास्क जरूरी से लेकर बुखार अथवा अन्य लक्षण होने पर तुरंत चिकित्सक को दिखाने व उन्हें कोरोना की जांच करवाने के लिए सरकारी तंत्र समझाने में विफल रहा। इसी वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में कई लोगों को जान गंवानी पड़ी। चिकित्सकों के अनुसार जिला अस्पताल में भी अधिकांश मौतें गांवों से केस बिगडऩे के बाद पहुंचने की वजह से हुई है और अब भी हो रही है। छोटे व सुदूर गांवों की कौन कहे, प्रशासन व चिकित्सा महकमा पोकरण शहर तथा उन बड़े गांवों में जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बने हुए हैं, को भी समय रहते संभाल नहीं पाए। हालात विकट होने की मीडिया रिपोट्र्स और राजनेताओं के सक्रिय होने के बाद अब कहीं जाकर वे चेते हैं।
…तो एक सप्ताह और लगेगा
जिम्मेदारों की मानें तो जैसलमेर जिले में कोरोना संक्रमण की दर अब लगभग स्थिर हो चुकी है। ऐसा होने के बाद अब वे उम्मीद कर रहे हैं कि एक सप्ताह की अवधि में यह दर नीचे उतरेगी और हालात काबू में आएंगे। जिले में कोरोना का प्रकोप करीब एक माह से लगातार बढ़ता गया है। इस अवधि में कंटेनमेंट जोन बनाने में देरी की गई और गांवों व शहरों तक में संक्रमण के फैलाव को हल्के में लिया गया। सरकार की ओर से सख्ती के दिशा-निर्देशों को प्रशासन व पुलिस धरातल पर अमलीजामा नहीं पहना सके। लॉकडाउन में भी दिनभर सड़कों पर वाहनों की आवाजाही का दौर देखा जा सकता है। पुलिस कार्रवाई करती है, लेकिन अभी इसमें और तेजी लाने की पूरी गुंजाइश है।
मई में बेकाबू कोरोना
दिन संक्रमित दर
1 मई 355 36.41
2 मई 207 20.89
3 मई 394 33.33
4 मई 662 36.31
5 मई 639 37.54
6 मई 452 32.15
7 मई 602 35.12
8 मई 593 39.69
9 मई 596 40.40
10 मई 449 32.23
11 मई 580 39.50
12 मई 598 36.16
13 मई 590 36.37
14 मई 582 37.52
चौतरफा प्रयास जारी
कोरोना संक्रमण की रोकथाम और संक्रमितों के उपचार के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। पोकरण अस्पताल में 50 बेड स्थापित किए हैं। वहां ऑक्सीजनए रेमडेसिविर की उपलब्धता कर दी है। संक्रमितों को जिला अस्पताल भेजने से पहले सीएचसी स्तर पर उनके उपचार का बंदोबस्त किया गया है।
-डॉ. कमलेश चौधरी, सीएमएचओ, जैसलमेर

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