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पानी के मुहाने, फिर भी प्यासे: खण्डहर में तब्दील होने के कगार पर जलदाय विभाग कार्यालय

locationजैसलमेरPublished: Sep 18, 2020 02:22:23 pm

Submitted by:

Deepak Vyas

-एक सहायक अभियंता के भरोसे व्यवस्था

पानी के मुहाने, फिर भी प्यासे: खण्डहर में तब्दील होने के कगार पर जलदाय विभाग कार्यालय

पानी के मुहाने, फिर भी प्यासे: खण्डहर में तब्दील होने के कगार पर जलदाय विभाग कार्यालय

रामगढ़. कस्बे में स्थित जलदाय विभाग का कार्यालय अब खण्डहर में तब्दील होने की कगार पर है। कस्बे में आसुतार मार्ग पर सहायक अभियंता स्तर तक के भवन का निर्माण किया गया था, लेकिन अभी यहां सफाई तक नहीं हो रही है। कार्यालय के भीतर पूरा फर्श टूट चुका है तथा बाहर पूरे भवन को झाडिय़ों ने घेर लिया है। कार्यालय के भीतर पहुंचने पर ऐसा लगता हैं कि इस कार्यालय को खुले कई महीने बीत चुके हैं। यह पूरा धूल से भरा हुआ है। रामगढ़ में स्थित सहायक अभियंता कार्यालय का कार्य पूर्व में मंधा गांव से शुरू होकर मोकला, सियाम्बर, खुईयाला होते हुए पश्चिमी बॉर्डर हरनाऊ गांव व फिर पूरा बॉर्डर होते हुए भूतोवाला तक केवल एक सहायक अभियंता, 3 कनिष्ठ अभियंता व 52 तकनीकी कर्मचारियों के भरोसे सैकड़ो किलोमीटर में फैला है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि मोनेटरिंग सही नहीं होने से पानी की किल्लत बनी हुई है।
यहां भी बिजली बन रही जलापूर्ति में बाधा
कस्बे तथा आसपास के गांव व ढाणियों में पानी की आपूर्ति जलदाय विभाग के हर की 245 आरडी पर बने पम्प हाऊस से होती है, लेकिन इन दिनों कस्बे में विद्युत आपूर्ति ज्यादातर बाधित रहने की वजह से पानी की आपूर्ति बाधित हो जाती है। यहां पम्प हाउस पर डीजी सेट की कोई व्यवस्था नही है। ऐसे में विद्युतापूर्ति बहाल होने पर ही पानी की आपूर्ति शुरू हो पाती है। ऐसा ही हाल बॉर्डर पर स्थित गांवों का है, जो कि चाहे बारिश का मौसम हो या गर्मी का। विद्युतापूर्ति बाधित होने से पशुपालकों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।
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