Rain in jaisalmer: देर रात नदी का बहाव कम होने पर मिली राहत
- फसलें बर्बाद, किसानों को नुकसान, मुआवजे की लगाई गुहार
जैसलमेर
Published: July 24, 2022 08:07:04 pm
लाठी. क्षेत्र के केरालिया गांव में शनिवार को सुबह अपने वेग के साथ चली रेल नदी आफत बनकर आई थी। देर रात नदी का बहाव कम होने पर किसानों ने राहत की सांस ली। गौरतलब है कि शुक्रवार की देर रात व शनिवार को सुबह लाठी, केरालिया व आसपास क्षेत्र में तेज बारिश का दौर चला। इस दौरान क्षेत्र की पुरानी रेल नदी अपने वेग के साथ चली और किसानों के नलकूपों तक पहुंच गई। खेतों व नलकूपों के अंदर से होकर नदी के निकलने से पानी का बहाव अपने साथ किसानों की उम्मीदों को भी लेकर चला। नदी के पानी के साथ किसानों के कच्चे झोंपे, खाद बीज के कट्टे व अन्य सामान बह गया। इसके अलावा नलकूपों के पाइप टूटने व अन्य नुकसान भी हुआ है। जिसके कारण किसानों को हजारों रुपए की चपत लगेगी। शनिवार रात में नदी का बहाव कम हो गया। जिस पर किसानों ने राहत की सांस ली। रविवार को सुबह किसानों ने अपने खेतों व नलकूपों में निर्मित घरों की तरफ प्रस्थान किया।
हजारों का नुकसान, दिलाएं मुआवजा
केरालिया गांव के पास नलकूपों व खेतों से निकली रेल नदी के कारण किसानों के बाड़ों में बंधे कई छोटे पशु काल का ग्रास हो गए। इसके अलावा फसलें, बिजली के पोल, उपकरण, तारबंदी, खाद बीज के कट्टे, राशन सामग्री, बर्तन आदि घरेलू सामान भी नदी के साथ बह गया। जिससे किसानों को हजारों रुपए का नुकसान हुआ है। इस संबंध में पीडि़त गोपालसिंह, सोहनसिंह, माधोसिंह, कुंदननाथ, चेतननाथ, मगनाथ, स्वरूपसिंह, प्रेमसिंह, शेरसिंह, नैनसिंह, जेठूसिंह, नाथूसिंह, खुशहालसिंह, रमणलाल पालीवाल, रामसिंह, हाथीसिंह, मोहनलाल विश्रोई, अशोक विश्रोई, बादलनाथ, कंवरु, तेजनाथ, बाबूनाथ, इन्द्रनाथ, प्रतापराम चौधरी, खेताराम, मीठेखां, जाराराम सहित किसानों ने बताया कि तेज बारिश के कारण उन्हें खासा नुकसान हुआ है। विशेष रूप से मूंग, मूंगफली, ग्वार, बाजरी व अन्य फसलों में खासा नुकसान हुआ है। उन्होंने प्रशासन से रेल नदी से हुए नुकसान का सर्वे करवाने और मुआवजा दिलाने की मांग की है।

Rain in jaisalmer: देर रात नदी का बहाव कम होने पर मिली राहत
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