5 करोड़ से अधिक का ऋण
्बताया जा रहा है कि जैसलमेर के किसानों ने रबी की फसल के लिए पांच करोड़ से अधिक का बैंक ऋण लिया हुआ है। इसके अलावा बिजली बिल, फसल बचाने के लिए यूरिया, सिंचाई के लिए बिजली का बिल और मजदूरी सहित दस करोड़ से भी अधिक की लागत आई हुई है। ऐसे में किसानों को फसलों के खराबे की आशंका ने बड़ा नुकसान होने की चिंता सताने लगी है।
्बताया जा रहा है कि जैसलमेर के किसानों ने रबी की फसल के लिए पांच करोड़ से अधिक का बैंक ऋण लिया हुआ है। इसके अलावा बिजली बिल, फसल बचाने के लिए यूरिया, सिंचाई के लिए बिजली का बिल और मजदूरी सहित दस करोड़ से भी अधिक की लागत आई हुई है। ऐसे में किसानों को फसलों के खराबे की आशंका ने बड़ा नुकसान होने की चिंता सताने लगी है।
पोकरण. क्षेत्र में बुधवार रात्रि में अचानक बदले मौसम के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ। गत कुछ दिनों से गर्मी का मौसम चल रहा था। बुधवार रात्रि में नौ बजे बाद मौसम अचानक बदल गया तथा आसमान में बादल छा गए और बिजली चमकने लगी। करीब साढ़े नौ बजे तेज हवाओं के साथ धूलभरी आंधी चलने लगी तथा 10 बजे बूंदाबांदी का दौर शुरू हुआ। करीब 15 मिनट तक रुक-रुककर हल्की बूंदाबांदी हुई। जिससे मौसम ठण्डा हो गया। गुरुवार को दिनभर मौसम ठण्डा बना रहा तथा आसमान में बादलों की आवाजाही लगी रही। कस्बे में बूंदाबांदी ही हुई, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश होने से फसलों में नुकसान के समाचार मिले है। बुधवार की रात्रि में क्षेत्र के सांकड़ा, सनावड़ा, भाखरी, इन्द्रानगर, पदरोड़ा आदि गांवों में बारिश हुई। जिससे खेतों में खड़ी जीरे, ईसब की फसलों को नुकसान हुआ है।
सांकड़ा. गांव सहित आसपास क्षेत्र में बुधवार की रात्रि में बारिश से खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान हुआ तथा किसान चिंतित नजर आ रहे है। बुधवार की रात्रि में क्षेत्र के माधोपुरा, नेड़ान, सनावड़ा, लूणा में बारिश हुई। जिससे किसानों के खेतों में खड़ी जीरे व ईसब की फसल में खराबा हुआ है। पकी पकाई फसल में हुए खराबे से किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें उभर गई है।