11 लाख की लागत से 1000 किट का करेंगे वितरण : प्रतापपुरी
जैसलमेरPublished: Apr 03, 2020 07:37:46 pm
– कस्बे में भोजन किया जाएगा वितरित- कार्यकर्ता हरसंभव सहयोग के लिए है तैयार
11 लाख की लागत से 1000 किट का करेंगे वितरण : प्रतापपुरी
पोकरण. भाजपा के वरिष्ठ नेता व तारातरा मठ के महंत प्रतापपुरी महाराज ने शुक्रवार को पोकरण प्रवास के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि विश्व में कोरोना वायरस संक्रमण महामारी के रूप में फैला हुआ है। आमजन को घरों में ही सुरक्षित रहकर इससे बचाव करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति घर पर है, वही सुरक्षित है। उन्होंने यहां के लोगों, जो बाहरी राज्योंं में निवास कर रहे है, उनसे यहां आने की जल्दी करने की बजाय वहीं सुरक्षित रहने और लॉकडाउन के बाद ही अपने घरों की तरफ आने की बात कही। उन्होंने कहा कि तारातरा स्थित मोहनपुरी महाराज के आश्रम की ओर से गरीब, असहाय व जरुरतमंदों की मदद की जा रही है। उन्होंने बताया कि पूरे भारत में उनके 50 से अधिक सैंटर स्थापित किए गए है। जिनके हैल्पलाइन नंबरों के माध्यम से वहां निवास कर रहे मारवाड़ क्षेत्र के लोगों की मदद की जा रही है। उन्होंने बताया कि यहां का निवासी व्यक्ति चाहे, देश के किसी भी कोने में हो, उसके भोजन के साथ अन्य किसी भी समस्या के समाधान के लिए कार्यकर्ता हर समय तैयार हैै।
2500 किट किए जा रहे है तैयार
महंत प्रतापपुरी महाराज ने बताया कि ट्रस्ट की ओर से पोकरण क्षेत्र के लिए 11 लाख रुपए की घोषणा की गई है। जिससे एक हजार किट का वितरण किया जाएगा। इसी प्रकार दुबई में निवास कर रहे रमेश व्यास की ओर से उनकी प्रेरणा से 500 किट की घोषणा की गई है। जिनका पोकरण क्षेत्र में जरुरतमंदोंं को वितरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री व जोधपुर सांसद गजेन्द्रसिंह शेखावत ने भी उन्हें दूरभाष पर पांच लाख रुपए की लागत से 500 किट वितरण करने की घोषणा की है। इसी प्रकार पोकरण कस्बे में गरीब व जरुरतमंद परिवारों को भोजन का भी वितरण किया जाएगा। किट व भोजन वितरण का कार्य रविवार को शुरू किया जाएगा।
समूह हरसंभव सहयोग के लिए तैयार
महंत प्रतापपुरी महाराज ने बताया कि संत जन सेवा मंडल समूह नाम से एक व्हाट्सअप ग्रुप बनाया गया है। इस ग्रुप में प्रसिद्ध कथावाचक संत मुरलीधर महाराज, कृपाराम महाराज, तुलछाराम महाराज सहित कई संत महात्मा जुड़े हुए है। उनकी ओर से भी कोरोना वायरस संक्रमण की महामारी के दौरान आमजन व जरुरतमंद की सहायता के लिए हरसंभव मदद की जा रही है।