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विजय दशमीे पर्व पर परम्परागत शस्त्रों का पूजन

locationजैसलमेरPublished: Oct 16, 2021 08:15:11 pm

Submitted by:

Deepak Vyas

-समाज के अध्यक्ष के रुप में पूर्व महारावल चैतन्यराजसिंह का मनोनयन-जवाहिर राजपूत छात्रावास प्रांगण में राजपूत सेवा समिति की आम सभा का आयोजन

विजय दशमीे पर्व पर परम्परागत शस्त्रों का पूजन

विजय दशमीे पर्व पर परम्परागत शस्त्रों का पूजन


जैसलमेर. स्थानीय जवाहिर राजपूत छात्रावास प्रांगण में दशहरा पर्व पर राजपूत सेवा समिति के तत्वावधान में शस्त्र व शास्त्र पूजन के साथ ही पूर्व महारावल चैतन्यराजसिंह का स्थायी अध्यक्ष के रूप में मनोनयन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत पूर्व महारावल चैतन्यराजसिंह व कार्यकारी अध्यक्ष महाराज दुष्यंतसिंह की ओर से मां स्वांगीया के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलन व माल्यार्पण के साथ किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में संचालन करते हुए विशनसिंह लौद्रवा की ओर से समिति के बारे में विस्तार से बताया तथा पूर्व महारावल बृजराजसिंह के देव धाम आए पर नए अध्यक्ष कहे रूप में उपस्थित सदस्यों से सुझाव मांगे गए। उपस्थित सदस्यों में समिति के आजीवन सदस्य सवाईसिंह गोगली ने प्रस्ताव रखा कि पूर्व राजघराने के चैतन्यराजसिंह को समिति को स्थायी अध्यक्ष बनाया जाए, जिसका सदस्य नरेन्द्रहसिंह बैरसियाला ने समर्थन किया गया। उपस्थित सभा में सभी सदस्यो ने विचार विमर्श के बाद सर्व सहमति से प्रस्ताव पारित किया। सभी सदस्यों ने बैठक कार्यवाही रजिस्टर में अपने हस्ताक्षर किए, उसके बाद परंपरागत शस्त्रों का पूजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजपूत सेवा समिति के सचिव सवाईसिंह देवड़ा ने कहा कि समिति की सारी सामाजिक गतिविधियां समिति के अध्यक्ष पूर्व महारावल चैतन्यराजसिंह के निर्देशानुसार होगी। नए अध्यक्ष के मनोनयन के बाद उनका साफा व मालाएं पहना कर स्वागत अभिनंदन किया गया। कार्यवाहक अध्यक्ष दुष्यंतसिंह, कोषाध्यक्ष महिपालसिंह, डांगरी व्यवस्थापक प्रयागसिंह भैसड़ा के अगुवाई में छात्रों की ओर से पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम को राजेन्द्रसिंह भियाड़ बाड़मेर ने संबोधित करते हुए कहा। कि हमारे परंपरागत शस्त्रों के पूजन के साथ शास्त्रों का भी ज्ञान होना चाहिए। वर्तमान के लोकतं़त्र के नवीन हथियारों को सीखना है। बाबूसिंह बैरसियाला, भंवरसिंह साधना, हरिसिंह मिठड़ाउ, जितेन्द्रसिंह पूनमनगर, गोरधनसिंह कुंडा, दुर्जनसिंह सिहड़ार, रणवीरसिंह खुहड़ी, कानसिंह पुरोहित, मनोहरसिंह दामोदरा, मालसिंह जामड़ा देवेन्द्र प्रतापसिंह बडोड़ा गांव सवाईसिंह मंडाई, कंवराजसिंह चौहान, गेमरसिंह पारेवर, वीरसिंह पोछीणा, प्रेमसिंह सोनू, बख्तावरसिंह नरसिंगों की ढाणी, मेघराजसिंह नीम्बली, गिरवरसिंह साथिन, सुरेन्द्रसिंह पोछिणा, लालूसिंह करड़ा, जयसिंह, महावीरसिंह बैरसियाला, अरविंदसिंह सत्याया, भवानीसिंह देवड़ा, भोजराजसिंह, आसुसिंह मदा प्रयोगसिंह फलिया, जितेन्द्रसिह निम्बली आदि के साथ सैकड़ों जन व छात्रावास के छात्र उपस्थित थे। सभा के अंत में नवनियुक्त अध्यक्ष चैतन्यराजसिंह ने सभी का आभार जताया। मां स्वांगिया व लक्ष्मीनाथ के जयकारों के साथ सभा का समापन किया गया।

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