छप्पड़ों में शराब की भट्ठियां यह सर्वविदित तथ्य है कि पंजाब के छप्पड़ों (तालाबों) में शराब की भट्ठियां चलती हैं। पुलिस इस ओर कोई ध्यान नहीं देती है। लॉकडाउन के दौरान अवैध शराब का धंधा तेजी के साथ चला था। यही कारण था कि शराब के ठेके न खुलने का कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा था। पंजाब के तीन जिलों तरनतारन, अमृतसर और गुरदासपुर के बटाला में जहरीली शराब पीने से 47 लोगों की मौत हुई है। विपक्ष का आरोप है कि शराब के धंधे में कांग्रेसी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने जांच का दायरा बढ़ाया पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जालंधर के डिविजनल कमिश्नर को मजिस्ट्रेटी जांच करने के आदेश दिए हैं। इस जांच में ज्वाइंट एक्ससाइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर और संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षक भी शामिल होंगे। जांच टीम इन मौतों के कारणों और अन्य संबंधित विषयों की जांच करेगी। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने आदेश में कहा है कि जालंधर के डिविजनल कमिश्नर अगर जरूरत महसूस करें तो इस जांच में किसी भी नागरिक व पुलिस अधिकारी की सहायता ले सकते हैं और किसी विशेषज्ञ को भी जांच में शामिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा है कि इस मामले में किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
अमृतसर में एसआईटी को जांच मामले की जांच के लिए अमृतसर के एसएसपी ने एसआईटी का गठन कर दिया है। अवैध शराब से मौत का पहला मामला अमृतसर में ही सामने आया था। अवैध शराब का शिकार बने जसविंदर सिंह, कश्मीर सिंह, कृपाल सिंह और जसवंत सिंह का पोस्टमार्टम आज किया जाएगा। इससे उनकी मौत का वास्तविक कारण पता लग पाएगा।
शराब तस्कर महिला गिरफ्तार, उसके पति की भी मौत अमृतसर जिले में तरसिक्का थाना क्षेत्र के मुच्छल गांव में जहरीली शराब पीने से मरने वालों में शराब तस्कर बलविंदर कौर को गिरफ्तार कर लिया है। शराब से मरने वालों में उसका पति जसवंत सिंह भी शामिल है। उसने कभी सोचा भी नहीं होगा कि जिस शराब से वह गांव के लोगों को मौत के मुंह में धकेल रही है, वही शराब उसका पति भी लील लेगी। जहरीली शराब से मौतों की घटना के बाद अमृतसर (रूरल) एसएसपी विक्रमजीत सिंह दुग्गल ने ट्रांसफर से पहले थाना तरसिका के एसचओ बिक्रमजीत सिंह को सस्पेंड कर दिया।