विमला देवी पहले पंच रही थीं और इस बार सरपंच पद के लिए चुनाव मैदान में थीं। चुनाव नतीजा आने के बाद ग्रामीणों ने विमला देवी को मनाया। इसके बाद विमला देवी ने सरपंच पद के लिए चुनी गई अपनी बहू का माला पहनाकर स्वागत किया और मिठाई खिलाई। कमलजीत ने भी अपनी सास के पैर छुए और आशीर्वाद लिया। कमलजीत के ससुर मोहन सिंह भी इस जश्न में शरीक हुए।
बता दें कि चुनाव होने से पहले सास—बहू के बीच चुनावी मैदान में होने वाला यह मुकाबला चर्चा का विषय बना हुआ था। चुनाव प्रचार के दौरान भी सास—बहू के बीच तीखी नोंक—झोंक चलती रही। प्रचार के दौरान बहू कमलजीत कौर नए—नए दावे करती नजर आई वहीं सास विमला देवी अपने अनुभव की बात कहती रही। चुनाव में जीत किसी एक की ही होनी थी पर खुशी की बात यह है कि जीतने के बाद बहू ने सास से आर्शीवाद लेकर अपनी नई पारी की शुरूआत की वहीं सास विमला देवी ने हार को दरकिनार कर बहू को गले लगाया।