सभी योजनाओं का मिलेगा लाभ डॉ. वालिया ने पद संभालने के बाद बातचीत करते हुये कहा कि राज्य सरकार की तरफ से पशुधन को सहायक धंधे के तौर पर विकसित करने के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों को और सौहार्द्र के साथ अमली जामा पहनाया जायेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पशुपालकों की आय दोगुनी करने के लिए विभाग की तरफ से पशु पालकों के लिए चलाईं जा रही सभी योजनाओं का लाभ यकीनी बनाया जायेगा।
***** पालन पर भी जोर उन्होंने बताया कि इसके अलावा राज्य का पशु धन बीमारी रहित रखने और राज्य के पशुओं की नस्ल सुधार सम्बन्धी बढिय़ा प्रोग्राम को लागू किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य की आर्थिकता को और बढ़ावा देने के लिए बकरी पालन, ***** पालन और मुर्गी पालन सम्बन्धी पेशों को भी उत्साहित किया जायेगा।
कई जगह रहे तैनात जि़क्रयोग्य है कि डॉ. वालिया इससे पहला मुख्य दफ़्तर में संयुक्त निदेशक के तौर पर तैनात थे। वे उप निदेशक बरनाला और श्री फतेहगढ़ साहिब तैनात रहे हैं। डॉ. वालिया ने बी.वी.एस.सी (1985) और एम.वी.एस (1997) पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी लुधियाना से की है। पोस्ट ग्रेजुएशन के दौरान वह यूनिवर्सिटी की मैरिट में आए थे।