इधर अटारी-वाघा सीमा पर माहोल शांतिमय है। आसपास के गांवों के लोगों के मुताबिक अभी तक उन्हे फौज की तरफ से कोई भी अलर्ट नही मिला है। हम अपना काम हर रोज की तरह कर रहे है। शाम तक कोई बात होती है तो देखेंगे। अटारी स्थित कस्बा बच्चिविंड के गांव मूला कोट जो की सीमा से सटा हुआ गांव है के किसान सुच्चा सिंह का कहना है की भारतीय सेना नें जो कार्य किया व सराहनीय है पर अभी तक यहां माहोल शांतिमय है। नियंत्रण रेखा के पास होने के कारण हमें कोई भी हलचल होती है तो फौज हमें इसकी सूचना पहले देती है।