हर्षवर्धन बृहस्पतिवार को जालंधर स्थित एलपीयू में शुरू हुई 106 वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस के उदघाटन अवसर पर वैज्ञानिकों, शोधार्थियों एवं बाल वैज्ञानिकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से पंजाब व हरियाणा में किसानों द्वारा पराली को जलाने से पर्यावरण को गंभीर खतरा पैदा हो गया है। पराली की समस्या के समाधान के लिए केंद्र सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं। इस समस्या के समाधान के लिए वैज्ञानिकों से आहवान किया गया है। देश के वैज्ञानिक तेजी से पराली को जलाने अथवा नष्ट करने की समस्या के समाधान की दिशा में शोध कर रहे हैं। बहुत जल्द पंजाब के किसानों की इस समस्या का समाधान होगा और देश के लोगों को पर्यावरण की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वैज्ञानिकों को अपनी सोच ज्वलंत मुद्दों पर केंद्रीत करनी होगी, और उनके समाधान के लिए अपनी शोध को आगे बढ़ाना होगा। भारतीय वैज्ञानिकों को स्पेस के क्षेत्र में मिली सफलता पर बधाई देते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि वैज्ञानिकों द्वारा शोध क्षमता को बढ़ाना समय की मांग है।