scriptनदी के बीचोबीच मंदिर में 36 घंटे फंसे रहे 19 ग्रामीण, एनडीआरएफ की टीम ने बचाई जान | 19 villagers stuck in betwa river for 36 hours | Patrika News

नदी के बीचोबीच मंदिर में 36 घंटे फंसे रहे 19 ग्रामीण, एनडीआरएफ की टीम ने बचाई जान

locationजालौनPublished: Sep 11, 2019 11:10:20 am

उरई के एट स्थित हाजीपुर मजरा तलाघाट में बेतवा नदी में 19 ग्रामीण अचानक जलस्तर बढऩे से फंस गए। इससे ग्रामीणों में चीख पुकार मच गई।

नदी के बीचोबीच मंदिर में 36 घंटे फंसे रहे 19 ग्रामीण, एनडीआरएफ की टीम ने बचाई जान

नदी के बीचोबीच मंदिर में 36 घंटे फंसे रहे 19 ग्रामीण, एनडीआरएफ की टीम ने बचाई जान

जालौन. उरई के एट स्थित हाजीपुर मजरा तलाघाट में बेतवा नदी में 19 ग्रामीण अचानक जलस्तर बढऩे से फंस गए। इससे ग्रामीणों में चीख पुकार मच गई। सूचना पर आई पुलिस और पीएसी उन्हें निकालने में नाकाम रही तो लखनऊ से एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई। करीब 36 घंटे बाद सभी ग्रामीण सुरक्षित बाहर निकल सके। ग्रामीण रामचरित मानस का पाठ करने गए थे। उरई के एट थाना क्षेत्र हाजीपुर मजरा तलाघाट पर बेतवा नदी के बीच टीले पर मंदिर है। सोमवार शाम पिरौना गांव के 19 ग्रामीण नाव से नदी के बीच मंदिर में रामचरित मानस का पाठ करने गए थे, उस समय जलस्तर कम था। देर रात राजघाट और माताटीला बांध से पानी छोड़े जाने से नदी का जलस्तर अचानक बढऩे लगा। ग्रामीणों को लगा कि सुबह तक पानी कम हो जाएगा और वो पाठ करने में तल्लीन रहे।

 

मंगलवार सुबह तक पानी कम न होने और बहाव काफी तेज होने से टीला के डूब जाने की आशंका से ग्रामीणों में चीख पुकार मच गई। उन्होंने मोबाइल की मदद से परिवारीजनों को सूचना दी। ग्रामीणों की भीड़ नदी किनारे पहुंच गई और कुछ देर में एट थाना प्रभारी अरुण तिवारी फोर्स के साथ पहुंच गए लेकिन तेज बहाव के कारण बचाव कार्य नहीं हो पाया। उन्होंने एसपी डॉ. सतीश कुमार और जिलाधिकारी डॉ. मन्नान अख्तर को जानकारी दी। कोंच एसडीएम अशोक कुमार और सीओ शीशराम भी आए। इसके बाद पीएसी स्टीमर लेकर पहुंची लेकिन पानी का तेज बहाव के चलते बचाव की कोशिश नाकाम साबित हुई। अधिकारियों ने लखनऊ से एनडीआरएफ का दस्ता बुलाया गया।

36 घंटे बाद सुरक्षित बाहर आ सके ग्रामीण

सोमवार शाम से टीले के मंदिर पर गए ग्रामीण करीब 36 घंटे फंसे रहे। मंगलवार रात को लखनऊ से आई एनडीआरएफ टीम ने टीले पर पहुंचकर ग्रामीणों को करीब साढ़े दस बजे सुरक्षित बाहर निकाला। इसके बाद ग्रामीणों को राहत मिली। ग्रामीण जब अपने परिजनों से मिले तो उनकी आंखों में खुशी के आंसू आ गए। जान बचने पर ग्रामीणों में राहत हुई। एडीएम प्रमिल कुमार सिंह ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम ने सभी को सकुशल बाहर निकाल लिया है।

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