sc/st एक्ट बिल के विरोध में भारत बंद के दौरान सवर्ण समाज के लोगों ने एक दिन पहले ही सभी से आग्रह किया था कि भारत बंद के दौरान पूरा बाजार बंद रहेगा लेकिन कुछ दुकानदार दुकान खोले मिले जिस पर बंद का विरोध करने वालों की दुकानदार से तीखी झड़प के साथ मारपीट भी हुयी। इस मारपीट को देख साथ में चल रहे पुलिस बल ने बीच में हस्तक्षेप भी करने का प्रयास किया जिससे पुलिस से भी प्रदर्शन करने वालों की झड़प देखने को मिली। इतना ही नहीं सवर्ण समाज के लोगों ने जालौन के उरई मुख्यालय स्थित भाजपा कार्यालय को भी बंद करा दिया और भाजपा कार्यालय के बाहर जमकर हंगामा किया। इस हंगामा को देख पुलिस ने मामले को शांत कराया और भाजपा कार्यालय को बंद करा दिया। इस बंदी के दौरान कुछ युवाओं ने स्टेशन पर जाकर ट्रेन रोकने की भी कोशिश की लेकिन पुलिस बल ने किसी युवा को स्टेशन परिसर में घुसने नहीं दिया और सभी को वहाँ से खदेड़ दिया। इस भारत बंदी के दौरान उरई में कुछ युवाओं ने अर्धनग्न होकर भी प्रदर्शन किया।
एससी/एसटी एक्ट के विरोध में भारत बंद का समर्थन करने वाले सवर्ण समाज के लोगों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने इसमें संशोधन किया था और कहा था कि पहले मामले की जांच होगी और उसके बाद गिरफ्तारी लेकिन मोदी सरकार ने इसमें पहले गिरफ्तारी का आदेश वाला कानून बना दिया यह सवर्ण समाज के लिये सबसे घातक और इसका विरोध लगातार चलता रहेगा। सवर्ण समाज की आगुवानी करने वाले अनुज मिश्रा ने कहा कि जब तक इसमें बदलाव नहीं होगा आंदोलन जारी रहेगा और सरकार ने इसमें बदलाव नहीं किया तो सवर्ण समाज आत्मदाह करके अपना विरोध करेगे और ऐसी सरकार को उखाड़ फेकेंगे।
वही भारत बंद प्रदर्शन के दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस और प्रशानिक अधिकारी लगे रहे जिससे कोई बबाल न हो सके। इस मामले में जालौन के एडीएम प्रमिल कुमार ने बताया कि यहाँ शांति पूर्वक प्रदर्शन चल रहा है और जनपद में धारा 144 लागू है और इस प्रदर्शन की अनुमति ली गई थी किसी प्रकार का कोई हंगामा नहीं हुआ है।