उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा किसान कर्ज के बोझ के तले दबे हुए हैं लेकिन सरकार उनके लिए कुछ नहीं कर पा रही है। अगर सरकार किसानों को 6000 सालाना देती भी है तो वह 6000 में खेती कैसे करेगा। ऊपर से किसानों को कर्ज से भी छुटकारा नहीं मिल पा रहा है।
बता दें कि देश की पूरी आबादी किसानों पर ही निर्भर है। अगर किसानों की फसलें अच्छी नहीं होंगी तो हमें खाना भी नहीं मिलेगा। हमें जो खाना मिलता है उसकी देन सिर्फ और सिर्फ किसान ही है। देश की पूरी आबादी का पेट किसान ही भरते हैं न कि सरकार। जब किसान अनाज नहीं उगाएंगा तो हम भूखों मर जाएंगे लेकिन सरकार खाने के लिए कुछ नहीं दे सकती। हमें खाना किसानों के माध्यम से ही नसीब होता है।