सपा के पूर्व सांसद अनुरागी को जिला पंचायत चुनाव के बाद सपा से बेदखल भी किया गया था। लेकिन कुछ ही दिन बाद उनकी फिर पार्टी में वापसी हो गई थी। अब उन्होंने खुद समाजवादी पार्टी से किनारा कर लिया है। माना जा रहा है कि पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी और पार्टी आलाकमान के विचारों में तालमेल न होने से उन्होंने बसपा में शामिल होने का फैसला लिया।
घनश्याम अनुरागी हमीरपुर जिले के मूल निवासी हैं। उनका राजनीतिक करियर ग्राम प्रधानी से शुरू हुआ जो सांसदी तक पहुंचा। 2009 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने उन्हें जालौन से टिकट दिया, जिसमें घनश्याम अनुरागी 7 हजार वोटों से जीत कर सांसद बन गए।
साल 2016 में घनश्याम अनुरागी पर उनकी ही बेटी ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। खबरों की मानें तो इस बारे में घनश्याम अनुरागी की पत्नी और बेटे ने तत्कालीन पुलिस महानिदेशक को चिट्ठी लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। मामले पर घनश्याम अनुरागी का कहना था कि उन पर लगे सारे0 आरोप झूठे हैं। विरोधी मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।